पूर्व उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत अपने अल्पसंख्यकों का सम्मान करता है। जो लोग पाकिस्तान जाना चाहते थे, वे पहले ही देश छोड़ चुके हैं। जो लोग देश में रहना चाहते थे, वे भारत में ही हैं।
पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि धर्मनिरपेक्षता भारतीयों के खून में है और अमेरिका सहित कई अन्य देशों के मुकाबले भारत में अल्पसंख्यक कहीं ज्यादा सुरक्षित हैं। वेंकैया (74) ने ‘नेशनल काउंसिल ऑफ एशियन इंडियन एसोसिएशन्स’ द्वारा ग्रेटर वाशिंगटन डीसी इलाके में उनके सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में भारतीय-अमेरिकियों की एक सभा को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की।
पूर्व उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत अपने अल्पसंख्यकों का सम्मान करता है। जो लोग पाकिस्तान जाना चाहते थे, वे पहले ही देश छोड़ चुके हैं। जो लोग देश में रहना चाहते थे, वे भारत में ही हैं। भारत में धर्मनिरपेक्षता है, क्योंकि यह भारतीयों के खून में है। पाकिस्तान की तरफ इशारा करते हुए वेंकैया ने दोहराया कि कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है।