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अभाविप की कार्यपद्धति से संभव भारत को पुनः विश्वगुरु बनाने का सपना : सत्य प्रकाश राय

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अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् इलाहाबाद विश्वविद्यालय इकाई व प्रयाग विभाग ने राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस के रूप में अपने 75वें स्थापना दिवस को भव्यता से मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्रीतमदास प्रेक्षागृह सभागार में मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य  वक्ता के रूप में अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद् के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सत्यप्रकाश राय की उपस्थिति रहीं वहीं मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत सह-प्रचारक मुनीश जी उपस्थित रहे।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद्, अपने स्थापना काल से 75वें वर्ष की यात्रा में प्रवेश कर चुकी है। अभाविप ने कार्यकर्ता निर्माण को प्राथमिकता दी है और कार्यकर्ताओं को सही दिशा प्रदान कर उन्हे राष्ट्र पुनर्निर्माण में अपनी भूमिका सुनिश्चित करने का अवसर प्रदान किया है। अभाविप, अपने स्थापना जुलाई 9,1949 से ही राष्ट्रवादी छात्र संगठन के रूप में कार्य कर रही है। आज, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् देश ही नहीं अपितु विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है।
संगोष्ठी के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत सह प्रचारक मुनीश ने कहा कि,”अभाविप का विराट स्वरूप संघर्षों की देन है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने अपने स्थापना काल से ही समाज के हर वर्ग को न्याय दिलाने और समस्या के निवारण हेतु कार्य किया है। चाहे आज का युग हो या आपातकाल का दौर रहा हो विद्यार्थी परिषद् ने सदैव ही राष्ट्र हित ने संघर्ष किया है और ऐसे राष्ट्रवादी छात्र संगठन की ही देन है कि आज भारत पुनः सम्पूर्ण विश्व में अपनी छवि विश्वगुरु के रूप में स्थापित कर रहा है।”
संगोष्ठी के मुख्य वक्ता अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सत्यप्रकाश राय ने कहा कि,” अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् समाज के साथ,समाज के लिए काम करने वाला छात्र संगठन है। आज जब हम अभाविप का 75वां स्थापना दिवस मना रहे हैं, तब यह चिंतन का विषय होता है कि किस प्रकार हमनें हर मुसीबत का सामना कर इसे विराट स्वरूप दिया है। परिषद् का जो भी कार्यकर्ता पूरे मनोयोग से कार्य करता है, वह जीवन में कभी विफल नहीं हो सकता है। विद्यार्थी परिषद् की कार्यपद्धति भारतवर्ष की कार्यपद्धति है, यह शैली सम्पूर्ण विश्व में सर्वोत्तम थी लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज हम इसे भूले जा रहे हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् इन्ही मूल्यों के पुनर्स्थापन हेतु स्थापना काल से कार्यरत है। आज समाज का कोई भी वर्ग हो वह परिषद् से अछूता नहीं है और परिषद् का वर्तमान परिवेश में शैक्षिक एवं सामाजिक जीवन को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। यह 75 वर्ष संघर्ष के रहे हैं और इसका हर एक क्षण कार्यकर्ताओं में राष्ट्र को समर्पित किया है।”
पूर्व कार्यकर्ताओं का भी रहा जमावड़ा, पुरनियों से मिल यादें हुई ताज़ा
आयोजित की गई इस संगोष्ठी में काफी संख्या में पूर्व कार्यकर्ताओं की भी उपस्थिति रही और कार्यक्रम के समाप्ति के बाद सभी ने एक-दूसरे को अभाविप के 75 वर्षों की यात्रा के पूर्ण होने की बधाइयां दीं और आपस में अपने दिनों में विद्यार्थी परिषद् किस प्रकार कार्य करती थी, उसे नए कार्यकर्ताओं के साथ साझा किया।
इस दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् काशी प्रांत के प्रांत मंत्री अतेंद्र सिंह, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य शिवम सिंह, प्रांत संगठन मंत्री अभिलाष मिश्र, इलाहाबाद विश्वविद्यालय इकाई के इकाई मंत्री आलोक त्रिपाठी, प्रयाग महानगर की अध्यक्षा आभा त्रिपाठी,प्रयाग महानगर मंत्री सत्यम सिंह,इलाहाबाद विश्वविद्यालय विभाग व प्रयाग विभाग के विभाग संगठन मंत्री प्रभाकर तिवारी उपस्थित रहे।

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