नए कानून के तहत चीन ने विदेशी नागरिकों की तरफ से चीन में किसी भी तरह के प्रदर्शन में शामिल होने, चीनी नीतियों की आलोचना करने या आलोलचनात्मक संदेश भेजने के साथ ही संवेदनशील समझे जाने वाले क्षेत्रों में शोध करने का अपराध की श्रेणी में शामिल किया है।
अमेरिका ने अपने नागरिकों को हिदायत दी है कि वे चीन की यात्रा करने का फैसला बहुत सोच-समझकर लें, क्योंकि चीन में निकासी पर पाबंदी और मानमाने कानूनों के चलते अमेरिकी नागरिकों को अवैध रूप से हिरासत में लिए जाने का जोखिम काफी ज्यादा बढ़ गया है।
चीन ने भी हाल ही में जासूसी रोधी कानून पारित किया है, जिसकी वजह से चीन में व्यापार करने वाले विदेशी नागरिकों में खलबली मची है। इस कानून की आड़ में चीन में कारोबार कर रही विदेशी कंपनियों और विदेशी नागरिकों के घरों व कार्यालयों पर मनमाने ढंग से छापे मारे जा रहे हैं। अमेरिकी विदेश विभाग ने अमेरिकी नागरिकों को चीन के लिए यात्रा परामर्श जारी करते हुए कहा, चीनी सरकार मनमाने ढंग से स्थानीय कानूनों की आड़ में विदेशी कारोबारियों व नागरिकों को निशाना बना रही है।
नए कानून से कई जोखिम
नए कानून के तहत चीन ने विदेशी नागरिकों की तरफ से चीन में किसी भी तरह के प्रदर्शन में शामिल होने, चीनी नीतियों की आलोचना करने या आलोलचनात्मक संदेश भेजने के साथ ही संवेदनशील समझे जाने वाले क्षेत्रों में शोध करने का अपराध की श्रेणी में शामिल किया है।
हांगकांग और मकाऊ के लिए भी परामर्श
अमेरिकी विदेश विभाग ने इसी तरह का परामर्श हांगकांग और मकाऊ के लिए भी जारी किया गया है, जिन्हें चीन स्वसाशी क्षेत्र कहता है, लेकिन ये पूरी तरह चीनी नियंत्रण वाले क्षेत्र हैं। वहीं, चीन ने भी अपने नागरिकों से कहा कि है वे अमेरिका की यात्रा का जोखिम सोच-समझकर लें, क्योंकि वहां उनको अपराध व भेदभाव का सामना करना पड़ सकता है।
दोनों देशों के रिश्तों को एक और झटका
ताइवान में तनाव, कारोबारी बेईमानी, रूस को समर्थन जैसे तमाम मुद्दों की वजह से अमेरिका-चीन संबंध काफी खराब स्थिति में हैं। इन संबंधों को सुधारने के लिए एंटनी ब्लिंकन ने पिछले सप्ताह चीन का दौरा किया था। इन प्रयासों के बीच दोनों की तरफ से एक-दूसरे के खिलाफ परामर्श जारी करना एक और झटका है।