सुबह जागते ही पैरों में इतना तेज दर्द होता है कि आपको बिस्तर से उठने में लगभग डर लगने लगा है? जमीन पर पैर रखते ही ऐसा लगता है जैसे एड़ी टूट गई है? अगर आप भी इस समस्या से परेशान हैं तो इसे हल्के में लेने की भूल न करें, यह गंभीर समस्याओं का संकेत हो सकता है। सुबह के समय होने वाले इस प्रकार के दर्द को प्लांटर फैसीसाइटिस नामक बीमारी का लक्षण माना जाता है। प्लांटर फैसीसाइटिस सुबह के समय पैरों में दर्द का एक बहुत ही सामान्य कारण है, लेकिन यह एकमात्र कारण नहीं है। इसके कई और भी कारण हो सकते हैं जिसके बारे में विचार करने और समय रहते उपचार की आवश्यकता होती है।स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, बड़ी आबादी में यह गंभीर समस्या देखी जा रही है। वैसे तो थोड़ा चलने के बाद अक्सर ये दर्द कम हो जाता है पर अगर इस समस्या की समय रहते पहचान और इलाज न की जाए तो यह गंभीर रूप भी ले सकता है, जिसके कारण आपको स्थाई रूप से पूरे दिन इस दर्द का सामना करना पड़ सकता है। आइए इस समस्या के बारे में जानते हैं।
प्लांटर फैसीसाइटिस की समस्या के बारे में जानिए
यह दर्दनाक स्थिति आपके पैरों में होने वाले दर्द का सबसे संभावित कारण मानी जाती है। प्लांटर फैसीसाइटिस तब होता है जब प्लांटर फेशिया लिगामेंट, जो आपके पैर की उंगलियों को एड़ी से जोड़ता है, उसमें दर्दनाक रूप से इंफ्लामेशन हो जाती है। यदि आपको यह समस्या है, तो जब आप जागेंगे और दिन का पहला कदम उठाएंगे तो आपको अपनी एड़ी के आसपास चुभने वाला दर्द महसूस होगा।
जागने के तुरंत बाद प्लांटर फैसीसाइटिस के लक्षण अधिक नजर आते हैं क्योंकि जब आप सोते हैं तो एड़ी के क्षेत्र में रक्त की आपूर्ति कम हो जाती है और जागने के बाद यह तुंरत बढ़ जाती है। इसका समय पर इलाज जरूरी है।
आइए जानते हैं कि पैरों में दर्द के और क्या कारण हो सकते हैं?
अकिलिस टेंडोनाइटिस
अकिलिस टेंडोनाइटिस भी पैरों में होने वाले दर्द का एक आम कारण है। यदि आप दौड़ते हैं या किसी भी प्रकार के खेल में सक्रिय हैं तो आपको इस समस्या का अधिक खतरा हो सकता है। अकिलिस टेंडन आपके टखने के पीछे होता है, जो आपकी पिंडली की हड्डी को आपके पैरों से जोड़ता है। इसमें सूजन और अकड़न होने के कारण आपको दर्द हो सकती है। शारीरिक गतिविधियों के बढ़ने के साथ इस दर्द का खतरा भी बढ़ता जाता है।
रुमेटाइड आर्थराइटिस की समस्या
रुमेटाइड आर्थराइटिस आमतौर पर पैर दर्द के साथ-साथ अन्य लक्षणों का कारण भी बनता है। इनमें आपकी कलाइयों और हाथों में दर्द और सूजन भी शामिल है। यह एक ऑटोइम्यून विकार है जो जोड़ों में दर्द और विकृति का कारण बन सकती है। इसमें सिर्फ पैरों में ही दर्द नहीं होता है, यह आपके घुटनों और शरीर के अन्य जोड़ वाले हिस्सों के लिए भी समस्या बढ़ाने वाली स्थिति मानी जाती हैविज्ञापन
पैरों में होने वाले दर्द को कैसे कम करें?
प्लांटर फैसीसाइटिस या किसी भी अन्य कारण से होने वाले दर्द के लिए सबसे पहले इसके कारणों का पता लगाना और इसका इलाज किया जाना आवश्यक होता है। हालांकि कुछ उपायों की मदद से आप दर्द से राहत जरूर पा सकते हैं।
- आराम करें: जब तक सूजन कम न हो जाए तब तक अपने पैर पर वजन कम रखना महत्वपूर्ण है। मतलब कोशिश करें कि अधिक समय तक पैरों को आराम दें।
- आइसिंग: ठंडी सेकाई की मदद से सूजन को कम किया जा सकता है, जो दर्द से राहत दिलाने में भी आपके लिए फायदेमंद है।