1968 में अपने भाई की हत्या के बाद क्रिस्टीन ने दशकों तक उनकी विरासत को आगे बढ़ावा देने के लिए उनकी विधवा कोरेटा स्कॉट किंग के साथ काम किया। उन्होंने मार्टिन लूथर किंग जूनियर के अहिंसक प्रतिरोध के दर्शन का प्रचार किया।
महिला सांसद को बेटी गोद में लेकर भाषण देनेे से रोका
तेल अवीव। इस्राइल की संसद नीसेट में स्पीकर ने एक महिला सांसद को भाषण देने से सिर्फ इसलिए रोक दिया, क्योंकि उनकी गोद में नवजात बेटी थी। दरअसल, विपक्षी दल नेशनल यूनिटी पार्टी की सांसद शेरेन हेस्कल एक निजी विधेयक पेश करना चाहती थीं। उस समय आसंदी पर मौजूद डिप्टी स्पीकर ने व्यवस्था दी कि संसद के नियमानुसार सदन मंच (पोडियम) पर सिर्फ सांसद आ सकता है। उसके साथ कोई और नहीं होना चाहिए। इस्राइल में इस घटना को लेकर नई बहस शुरू हो गई है।
जानकारी लीक कर फाइजर के कर्मचारी ने कमाया मुनाफा
न्यूयॉर्क। कोविड एंटीवायरल दवा पैक्सलोविड के नैदानिक परीक्षणों के परिणाम घोषित होने से एक दिन पहले चार नवंबर, 2021 को दवा निर्माता कंपनी फाइजर इंक के एक पूर्व कर्मचारी अमित डागर (44) ने गोपनीय जानकारी अपने दोस्त अतुल भिवापुरकर (45) के साथ साझा की। दोनों को इनसाइडर ट्रेडिंग के आरोपों के तहत गिरफ्तार कर लिया गया। अमित ने अपने दोस्त को बताया था कि पैक्सलोविड ने अनुकूल प्रदर्शन किया है। इस जानकारी के आधार पर उसके दोस्त अतुल ने फाइजर कंपनी के स्टॉक ऑप्शन खरीद लिए, जिससे उन्हें कुल 3,50,000 डॉलर का अवैध मुनाफा हुआ।
मंडेला फाउंडेशन के सीईओ सेलो हातांग को बोर्ड ने किया बर्खास्त
जोहानिसबर्ग। नेल्सन मंडेला फाउंडेशन बोर्ड ने अपने सीईओ सेलो हातांग के बारे में कुछ कर्मचारियों की शिकायतों की जांच के बाद बर्खास्त कर दिया है। शिकायतें गत माह हतांग द्वारा अपना इस्तीफा देने के तुरंत बाद प्राप्त हुई थीं, और एक स्वतंत्र पैनल द्वारा जांच के नतीजे आने तक बोर्ड द्वारा उन्हें विशेष छुट्टी पर रखा गया था। बोर्ड ने इस आचरण का कोई विवरण नहीं दिया है।
स्वीडन में धार्मिक ग्रंथ जलाने का तुर्किये, यूएई समेत दुनियाभर में विरोध
स्वीडन में एक प्रदर्शनकारी ने इस्लामी ग्रंथ को जला दिया। तुर्किये, यूएई समेत दुनियाभर के देशों में इसकी जमकर निंदा हुई। तुर्किये के राष्ट्रपति रेचप तैयब अर्दोआन ने स्वीडन को नाटो में शामिल करने पर विरोध का संकेत दिया है। बता दें कि तुर्किये नाटो का सदस्य है और जब तक सभी सदस्यों की सहमति न हो, किसी को नाटो की सदस्यता नहीं मिल सकती। इसलिए यूक्रेन-रूस लड़ाई के बाद जब स्वीडन ने सदस्यता के लिए आवेदन दिया तो तुर्किये की आपत्ति के कारण उसे कामयाबी नहीं मिली। इस पर 6 जुलाई को फिर विचार होना है। उधर, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने भी स्वीडन के राजदूत को तलब कर विरोध दर्ज कराया।