केंद्र सरकार इलेक्ट्रोलाइजर्स और हरित हाइड्रोजन को बढ़ावा देने के लिए 17,000 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन योजना लॉन्च कर सकती है। एमएनआरई के सचिव भूपिंदर सिंह भल्ला ने कहा, इस संबंध में मसौदा तैयार हो गया है और कुछ दिनों में इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। भल्ला ने बताया, प्रोत्साहन एक योजना के तहत दिया जाएगा। इससे स्वच्छ ऊर्जा के निर्माण में तेजी आएगी। सरकार संबंधित मंत्रालयों के साथ इस पर काम भी कर रही है। इस प्रोत्साहन को 2030 तक के लिए जारी रखा जाएगा जो चरणबद्ध तरीके से दिया जाएगा।
जीक्यूजी व अन्य निवेशकों ने खरीदे अदाणी के शेयर
ऑस्ट्रेलिया के जीक्यूजी पार्टनर्स सहित अन्य निवेशकों ने अदाणी समूह की कंपनियों में एक अरब डॉलर के शेयर खरीदे हैं। इसमें अदाणी ग्रीन एनर्जी में 2.2 फीसदी, अदाणी एंटरप्राइजेज में 1.6 फीसदी हिस्सा शामिल है। इस खबर से बुधवार को समूह की कंपनियों के शेयर 7 फीसदी तक चढ़ गए।
टाटा मोटर्स की बिक्री में ईवी का हिस्सा 50%
टाटा मोटर्स को उम्मीद है कि 2030 तक उसकी कुल वाहनों की बिक्री में 50 फीसदी हिस्सा इलेक्ट्रिक गाड़ियों का होगा। कंपनी की सालाना रिपोर्ट में कहा गया है कि पांच साल में ईवी का हिस्सा 25 फीसदी हो जाएगा। 2022-23 में कंपनी ने कुल 5.41 लाख में से 50,043 ईवी बेची थी।
आईआईएफएल के मामले में सैट की रोक
आईआईएफएल सिक्योरिटीज के अगले दो साल तक नए ग्राहक जोड़ने पर सेबी के प्रतिबंध के आदेश पर प्रतिभूति अपीलीय ट्रिब्यूनल (सैट) ने रोक लगा दी है। इस पर 23 अगस्त को सुनवाई होगी। ग्राहकों के फंड के दुरुपयोग पर सेबी ने 19 जून को आईआईएफएल को आदेश जारी किया था।
देश में 108 अरब डॉलर के 2.7 करोड़ वाहनों का उत्पादन, 1.9 करोड़ लोगों को मिला रोजगार
देश में 2022-23 के दौरान 108 अरब डॉलर (करीब 8.7 लाख करोड़ रुपये) मूल्य के विभिन्न श्रेणी के कुल 2.7 करोड़ वाहनों का उत्पादन हुआ। इसमें मूल्य के हिसाब से यात्री वाहनों की हिस्सेदारी 57 फीसदी रही। इस अवधि में करीब 1.9 करोड़ लोगों को रोजगार मिला। प्रबंधन सलाहकार फर्म प्राइमस पार्टनर्स ने बुधवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा कि पिछले वित्त वर्ष में कुल वाहनों में वाणिज्यिक वाहन श्रेणी की हिस्सेदारी 10 लाख रही, जिनका मूल्य 1.7 लाख करोड़ रुपये रहा। इस दौरान कुल दो करोड़ दोपहिया वाहनों का उत्पादन हुआ, जो कुल वाहनों का करीब 77 फीसदी है। मूल्य के हिसाब से 1.8 लाख करोड़ रुपये वाले दोपहिया श्रेणी की हिस्सेदारी 21 फीसदी रही है।