भारतीय रिज़र्व बैंक ने बुधवार को वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट (एफएसआर) का 27वां अंक जारी किया। यह वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद (एफएसडीसी) की उप-समिति के सामूहिक मूल्यांकन को वित्तीय स्थिरता और भारतीय वित्तीय प्रणाली के लचीलेपन से जुड़ी जोखिमों को दर्शाता है। रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था कुछ देशों में बैंकिंग प्रणाली की नाजुकता, निरंतर भू-राजनीतिक तनाव और मुद्रास्फीति में कमी के बीच बढ़ी हुई अनिश्चितता का सामना कर रही है।
एफएसआर रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था और घरेलू वित्तीय प्रणाली को मजबूत मैक्रोइकॉनॉमिक फंडामेंटल (मजबूत व्यापक आधार) का समर्थन मिल रहा है। रिपोर्ट के अनुसार निरंतर विकास की गति, मुद्रास्फीति में कमी, चालू खाता घाटे में कमी, विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि, वर्तमान में जारी राजकोषीय समेकन और एक मजबूत वित्तीय प्रणाली अर्थव्यवस्था को निरंतर विकास के रास्ते पर बनाए रखने में मदद कर रही है।