माफिया अतीक अहमद के बेहद खास और मददगार नफीस बिरयानी और खालिद जफर के अलावा माफिया के दोनों बेटों अली और उमर के खिलाफ भी चार्जशीट जल्द दायर की जा सकती है। विवेचना में इन लोगों की संलिप्तता के सबूत मिलने का दावा किया जा रहा है।
उमेश पाल हत्याकांड की विवेचना में जुटी पुलिस जल्द ही चार अन्य आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर कर सकती है। इसमें उसके बेटे उमर व अली के नाम शामिल हैं। इसके अलावा मुकदमे में आरोपी बनाए गए अतीक के बेहद खास बिल्डर खालिद जफर व नफीस बिरयानी पर भी कार्रवाई की तैयारी है।
उमर प्रॉपर्टी डीलर मोहित जायसवाल की देवरिया जेल में अपहरण कर पिटाई मामले में लखनऊ जेल में बंद है। सूत्रों के मुताबिक, उमेश पाल हत्याकांड की जांच पड़ताल के दौरान यह बात सामने आई है कि घटना से पहले मुख्य शूटर असद ने उमर से फोन पर बात की थी। यही नहीं 19 फरवरी को बरेली जेल में उमेश पाल की हत्या की साजिश रचे जाने के बाद वह उमर से मिला भी था।
इसी तरह रंगदारी मांगने, हत्या के प्रयास समेत अन्य मामलों में नैनी जेल मेें निरुद्ध अली की भी संलिप्तता संबंधी सबूत पुलिस को विवेचना के दौरान मिले हैं। हत्याकांड में शामिल शूटर तो उससे नैनी जेल में जाकर मिले ही थे। उसने ही खान सौलत हनीफ से कहा था कि वह असद को उमेश पाल की तस्वीर भेज दे।
उधर कसारी मसारी निवासी खालिद जफर को भी इस मुकदमे में आरोपी बनाया गया है। सूत्रों का कहना है कि अगली चार्जशीट में उसका भी नाम हो सकता है। उसके बारे में पता चला है कि अतीक व उसके परिवार की वह लगातार मदद कर रहा था। उमेश पाल हत्याकांड के बाद भी उसने शाइस्ता समेत अन्य की मदद की थी।
उनकी बातचीत के संबंध में भी पुलिस को सबूत मिले हैं।उधर ईट ऑन बिरयानी रेस्टोरेंट के संचालक नफीस को भी मुकदमे में आरोपी बनाया जा चुका है। दरअसल हत्याकांड में जिस क्रेटा कार का इस्तेमाल हुआ वह उसकी ही थी। हालांकि हिरासत में लेकर पूछताछ किए जाने पर उसने बताया था कि कुछ समय पहले ही इसे बेच दिया था।
सूत्रों का कहना है कि अगली चार्जशीट में इन चारों का नाम हो सकता है। फिलहाल अफसर सिर्फ इतना ही कह रहे हैं कि विवेचना चल रही है। एसीपी वरुण कुमार ने बताया कि विवेचना में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
उमेश पाल से एक करोड़ रंगदारी मांगने में भी नामजद
खालिद जफर अतीक अहमद गैंग का सक्रिय सदस्य है। उस पर कई मुकदमे दर्ज हैं। उमेश पाल से एक करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में भी वह नामजद है। 24 अगस्त 2022 को उसके व अबूसाद समेत अन्य लोगों के खिलाफ धूमनगंज थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। उमेश ने आरोप लगाया था कि उसकी पीपलगांव स्थित 3300 वर्ग मीटर जमीन कब्जा करने के लिए आरोपियों ने उसे असलहा सटाकर जान से मारने की धमकी दी और एक करोड़ रंगदारी मांगी। अब तक इस मामले में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है।