बरेली की युवती की हत्या के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। युवती की उसकी सहेली ने ही समलैंगिक संबंधों से छुटकारा पाने के लिए तांत्रिक से हत्या कराई थी। पुलिस ने तांत्रिक और सहेली को गिरफ्तार कर लिया है। उसकी मां फरार है। लखीमपुर खीरी में नदी के किनारे रविवार को युवती का कंकाल मिला था।
उसके बयानों के आधार पर मृतका की सहेली प्रीति सागर निवासी बड़ागांव थाना पुवायां को गिरफ्तार किया गया। प्रीति ने स्वीकार किया कि युवती से नजदीकियों के चलते बार-बार उसका रिश्ता टूट रहा था, इसलिए उसकी हत्या करा दी। इसमें उसकी मां उर्मिला भी शामिल थी।
योजना के तहत प्रीति ने अपनी सहेली को झाड़-फूंक के जरिये लड़का बनाने का विश्वास दिलाते हुए तांत्रिक रामनिवास से 13 अप्रैल को मिलवाया। मूलरूप से ग्राम बंऊआ मजरा मुनीमगंज मोहम्मदी का निवासी तांत्रिक दोनों को अपनी बाइक से लेकर मियांपुर हिम्मतपुर के जंगल में सिद्घ बाबा के मंदिर ले गया था। इसके बाद से मृतका की तांत्रिक से अक्सर फोन पर बात होती रहती थी।
युवती की रिश्तेदारी सतवां गांव में है। रिश्तेदारी में जाते समय उसकी मुलाकात प्रीति सागर से डेढ़ साल पहले बस में हुई थी। फिर फोन पर बातचीत का दौर शुरू हुआ तो नजदीकियां बढ़ गईं। दोनों में प्रेम-संबंध हो गए। युवती लड़कों की तरह रहती थी। इसलिए वह प्रीति से शादी करना चाहती थी।
हत्या वाले दिन प्रीति सागर सुबह से ही रामनिवास के संपर्क में थी। पुलिस ने प्रीति का मोबाइल नंबर चेक किया तो उसमें 18 अप्रैल को रामनिवास को दस कॉल की डिटेल सामने आई। अंतिम कॉल शाम छह बजे के बाद की गई। माना जा रहा है कि हत्या के बाद प्रीति ने फोन कर पूरी जानकारी ली थी।
हत्या के अगले दिन रामनिवास मृतका की पैंट और बेल्ट लेकर बड़ागांव आया था। तब प्रीति और उसकी मां ने रुपये देने में आनाकानी की। इसके बाद रामनिवास मोहम्मदी से दूर कटिया मुंडी में आकर काम करने लगा था। रामनिवास युवती के जेवरात बेचने के लिए आया था। तब उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
कंकाल मिलने के मामले का खुलासा कर दिया गया है। बरामदगी के आधार पर अभियोग में धारा 404 आईपीसी की बढ़ोतरी की गई है। एक अन्य आरोपी की तलाश की जा रही है।