वैश्विक स्तर पर योग के अभ्यास को बढ़ावा देने और इससे होने वाले फायदों के बारे में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल 21 जून को विश्व योग दिवस मनाया जाता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, दिनचर्या में अगर योगासनों को शामिल कर लिया जाए तो यह आपको कई क्रोनिक बीमारियों के खतरे से बचाने में काफी मददगार हो सकती है। आइए योग के अभ्यास से होने वाले फायदों के बारे में जानते हैं।

शरीर का लचीला रहना, फिटनेस को ठीक रखने के लिए सबसे आवश्यक माना जाता है। योग लचीलेपन में सुधार करता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, वर्तमान में लाइफस्टाइल की गड़बड़ी और शारीरिक निष्क्रियता में कमी के कारण हमारे शरीर की लचीलापन कम होता जा रहा है यही कारण है कि कम उम्र में ही लोगों के लिए तेजी से झुकना या जमीन पर बैठना कठिन हो गया है। लचीलेपन की कमी के कारण पीठ में दर्द की समस्या बढ़ रही है।

अमेरिकन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन द्वारा किए गए शोध में पाया गया कि वैश्विक स्तर पर बड़ी संख्या में लोग तनाव-चिंता विकारों से परेशान हैं। योग-श्वसन अभ्यासों को दिनचर्या में शामिल करके मन को शांत रखने और मस्तिष्क को स्वस्थ रखने में मदद मिल सकती है। योग, विशेषकर मेडिटेशन का अभ्यास आपको शांति प्रदान करता है और अच्छा महसूस कराने वाले हार्मोन्स को रिलीज करने में भी मदद करता है।

इंफ्लामेशन को शरीर में कई क्रोनिक बीमारियों का प्रमुख कारण माना जाता है। हृदय रोग, मधुमेह, गठिया, क्रोहन डिजीज जैसी समस्याएं इंफ्लामेशन से जुड़ी हुई हैं। यही कारण है कि हार्ट डिजीज और डायबिटीज के रोगियों को नियमित योगाभ्यास की सलाह दी जाती है।

आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली, शरीर को संक्रामक रोगों के कारण होने वाले जोखिमों को बचाने में मदद करती है। योग के अभ्यास से प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूती मिलती है। आप बीमारियों के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाते हैं। कुछ अध्ययनों में योग का अभ्यास करने (विशेष रूप से लंबे समय तक लगातार) से बेहतर इम्युनिटी सिस्टम को बनाने में लाभ मिलने का जिक्र मिलता है।
