महिला बिचपुरी में अपने बच्चों के साथ रहती थी। उसका पति दिल्ली में रहता है। वह पांच साल से घर नहीं आया। चर्चा है कि महिला की किसी से नजदीकियां बढ़ रही थीं। यह युवक को नागवार गुजरा और गुरुवार को उसने हत्या कर दी।
बिचपुरी निवासी सुनीता (42) पत्नी राजकुमार के घर से सटे ही उसके ननदोई नीरज का मकान है। बताते हैं कि सुनीता काफी समय से ननदोई के घर में ही रह रही थी। नीरज के बेटे बबलू ने गुरुवार सुबह 11 बजे सुनीता पर हमला कर दिया।
उपचार के दौरान मौत
उसके हाथ और पेट में चाकू से कई वार किए। इसके बाद वह फरार हो गया। परिवार और गांव के लोगों ने सुनीता को शहर से सटे एक निजी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया, जहां रात में उसकी मौत हो गई।
ऐसा क्या देखा कि खौल उठा खून
सुनीता की मां नन्हीं देवी ने बताया कि 20 साल पहले उन्होंने बेटी की शादी राजकुमार से की थी। वह दिल्ली में रहकर प्राइवेट नौकरी करते हैं। करीब दस साल पहले इन लोगों ने विचपुरी में अपना घर बना लिया था। बेटी के तीन बच्चे भी हैं। दामाद पांच साल से घर नहीं आए हैं। बेटी से किसी तरह का मतलब नहीं रखते हैं। और तो और दिल्ली में रहते हुए ही किसी से मकान का सौदा भी कर दिया है।
इधर, चर्चा है कि हत्यारोपी बबलू के परिवार के किसी पुरुष से सुनीता की नजदीकियां बढ़ रही थीं। बबलू को यह बात नागवार गुजर रही थी। गांव में इस बात की चर्चा पर वह सुनीता से खुन्नस मानता था। लोग कहते हुए सुने गए कि बबलू कई बार सुनीता को चेतावनी दे चुका था।
गुरुवार सुबह उसने कुछ ऐसा देखा कि उसका खून खौल उठा। इसके बाद उसने चाकू से मामी सुनीता पर हमला कर दिया। पुलिस ने सुनीता के साथ हुई घटना की सूचना उसके पति को भी भिजवाई है, हालांकि वह देर रात तक गांव नहीं आया था।