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विधायक सम्मेलन में पहुंचे 800 से अधिक माननीय, ओम बिरला बोले- व्यापक चर्चा से ही बनेंगे प्रभावी कानून

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पुणे की एमआईटी स्कूल ऑफ गवर्नमेंट की ओर से आयोजित सम्मेलन का उद्देश्य लोकतांत्रिक पद्धति से एक समर्थ भारत का निर्माण करना है।

शहर के बांद्रा-कुर्ला कांप्लेक्स (बीकेसी) स्थित जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में बृहस्पतिवार को तीन दिवसीय राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन की शुरुआत हुई। देशभर से 800 से अधिक विधायक सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे हैं। हालांकि सम्मेलन में 2000 विधायकों के पहुंचने का दावा किया गया था।

पुणे की एमआईटी स्कूल ऑफ गवर्नमेंट की ओर से आयोजित सम्मेलन का उद्देश्य लोकतांत्रिक पद्धति से एक समर्थ भारत का निर्माण करना है। एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के उपकुलपति डॉ. मिलिंद पांडेय ने बताया कि अगले दो दिनों में सम्मेलन में विधायकों को तनाव से निपटने के तरीके बताए जाएंगे। इसके साथ ही, क्षेत्र के विकास के लिए कल्याणकारी योजनाओं, अंतिम व्यक्ति के उत्थान, आर्थिक विकास के लिए तकनीक के इस्तेमाल और विधायी कार्यों से संबंधित विषयों के अलावा बेहतर समाज के लिए अधिकारियों और नेताओं के बीच तालमेल जैसे मुद्दों पर मंथन किया जाएगा।

लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने संसद और विधानसभाओं में कानूनी प्रस्तावों पर व्यापक बहस पर जोर दिया है। गोवा विधानसभा के विकसित भारत 2047 : जनप्रतिनिधियों की भूमिका विषय पर उन्होंने कहा, प्रस्तावित कानूनों पर जितनी लंबी और सार्थक चर्चा होगी, कानून उतना ही प्रभावशाली बनेगा। कानून बनाते समय हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि इसका जनमानस पर क्या असर पड़ेगा। बिरला ने जनप्रतिनिधियों से सदन की मर्यादा की रक्षा की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रतिनिधियों के अमर्यादित आचरण से सदन अप्रासांगिक हो जाएंगे।

सरकार की किसी से दुश्मनी नहीं, कानून का पालन जरूरी
केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्राशेखर ने कहा सरकार की किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के साथ कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है। लेकिन, सभी प्लेटफॉर्म को सरकार के बनाए नियमों का पालन करना होगा। यह बात समझना जरूरी है कि नियम सबसे ऊपर हैं और उनका सम्मान जरूरी है। उन्होंने ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोरसी की तरफ से लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद और झूठ का पुलिंदा बताया।

महाराष्ट्र : भाजपा में वापसी करेंगे पूर्व विधायक आशीष देशमुख
महाराष्ट्र के पूर्व विधायक आशीष देशमुख 18 जून को भाजपा में शामिल होंगे। वह नागपुर जिले के काटोल से भाजपा विधायक थे। कुछ साल पहले कांग्रेस में शामिल हो गए थे। हाल ही में उन्हें कांग्रेस से निलंबित कर दिया गया था। उनके एक करीबी सूत्र ने बृहस्पतिवार को कहा, देशमुख केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राज्य भाजपा प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले की उपस्थिति में रविवार को भाजपा में शामिल होंगे। देशमुख के पिता रंजीत देशमुख प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रह चुके हैं।

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