तमिलनाडु प्रीमियर लीग 2023 शुरुआत से ही चर्चा में है। इस लीग के नए सीजन के पहले मैच में ही अभिषेक ने एक गेंद में 18 रन दे दिए और यह लीग चर्चा में आ गई। अब रविचंद्रन अश्विन ने एक ही गेंद में दूसरी बार रिव्यू लेकर सभी को हैरान कर दिया है। तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन की इस लीग में खिलाड़ियों और अधिकारियों के बीच बातचीत और नियमों के बीच उलझन ने भी फैंस का काफी मनोरंजन किया।
कोयम्बटूर में डिंडीगुल ड्रैगन्स और बा11सी त्रिची के बीच मैच के दौरान, एक ही गेंद पर दो डीआरएस रिव्यू लिए गए, जो पहले कभी नहीं देखा गया था। यह भारत के अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन थे, जिन्होंने उसी गेंद पर दूसरी बार रिव्यू लेने का फैसला किया था, क्योंकि तीसरे अंपायर ने बल्लेबाज के डीआरएस रिव्यू के बाद मैदानी अंपायर के फैसले को पलट दिया था और उन्हें नॉट आउट करार दिया था।
डिंडीगुल और ट्राईसी के बीच मैच में रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर आर राजकुमार परेशानी में दिखे और विकेटकीपर ने गेंद पकड़ने के बाद कैच आउट की अपील की। जब गेंद बल्ले के पास से गुजरी थी तो आवाज आई थी। ऐसे में अंपायर ने उन्हें आउट करार दिया। हालांकि, बल्लेबाज ने अंपायर के फैसलो को चुनौती दी और रीप्ले में पता चला की गेंद और बल्ले का संपर्क नहीं हुआ है, बल्कि बल्ला जमीन से टकराया है। इसी वजह से आवाज आई है। ऐसे में अंपायर ने बल्लेबाज को नॉट आउट करार दिया, लेकिन अश्विन ने दूसरी बार रिव्यू ले लिया। हालांकि, बल्लेबाज क्रीज पर बने रहे और अश्विन का रिव्यू लेना बेकार गया।
जब गेंद बल्ले के पास से गुजर रही थी, तभी बल्ला जमीन से टकराया था। अल्ट्राएज तकनीक में इसी समय पर बड़ी स्पाइक दिख रही थी, जिसका मतलब था कि आवाज आई थी। तीसरे अंपायर को लगा कि यह आवाज बल्ले के जमीन से टकराने की वजह से आई थी। वहीं, अश्विन का मानना था कि यह आवाज गेंद और बल्ले के संपर्क की वजह से आई है। ऐसे में जब अंपायर ने बल्लेबाज को नॉट आउट करार दिया तो अश्विन ने दूसरी बार रिव्यू ले लिया।
अश्विन का हैरान होना लाजिमी था, क्योंकि वीडियो में कहीं भी ऐसा नजारा या सबूत नहीं था, जो इस बात की पुष्टि करे कि बल्लेबाज नॉट आउट है। मैदानी अंपायर ने उन्हें आउट करार दिया था। ऐसे में तीसरे अंपायर के पास ऐसे सबूत होने चाहिए थे, जो इस बात की पुष्टि करें कि बल्लेबाज नॉट आउट है। रीप्ले में कहीं भी ऐसा नहीं दिखा। ऐसे में तीसरे अंपायर ने किस आधार पर मैदानी अंपायर का फैसला बदला। यह समझ से परे है।
अश्विन के दूसरी बार रिव्यू लेने से अंपायरों के बीच बहस भी शुरू हो गई। हालांकि, अंत में बल्लेबाज नाबाद रहा। मैच के बाद अपने दूसरी बार रिव्यू लेने के फैसले पर अश्विन ने कहा “टूर्नामेंट में डीआरएस नया है। गेंद के बल्ले से गुजरने से ठीक पहले एक स्पाइक थी। मैं बहुत खुश नहीं था, मुझे लगा कि वे एक अलग एंगल से देखेंगे।”
इस मैच में अश्विन की टीम डिनिगुल ने त्रिची के खिलाफ छह विकेट से जीत हासिल की। 121 रन के लक्ष्य को अश्विन की टीम ने 14.5 ओवर में हालिस कर लिया और अपने अभियान का शानदार आगाज किया। आठ टीमों की इस लीग में सभी टीमें एक-एक मैच खेल चुकी हैं।