निशांत गांव मरियानी के एक साधारण परिवार से संबंध रखते हैं और प्रतिदिन मरियानी गांव से 7 किलोमीटर पैदल चलकर स्कूल पढ़ने आते थे।
राजधानी शिमला के खलीनी में हेयर ड्रेसर की दुकान चलाने वाले हंसराज की बेटी ने तीन सालों की कड़ी मेहनत के बाद नीट परीक्षा को उत्तीर्ण कर पिता के बेटी को डाक्टर बनाने के सपने को साकार कर दिखाया। मूलत: सुंदरनगर के सोहर के रहने वाले हंसराज और माता सीमा ने भी बेटी को हर कदम साथ देने के साथ हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
सिमरन ने नीट यूजी-2023 के घोषित परिणाम में 534 अंक लेकर परीक्षा उत्तीर्ण की। सिमरन ने पोर्टमोर स्कूल से बारहवीं तक की पढ़ाई की। पिता हंसराज ने दुकान में मेहनत कर घर का खर्च पूरा करने के साथ ही बेटी की कोचिंग का खर्च भी उठाया।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय डंगार के छात्र निशांत पटियाल ने 2023 में आयोजित नीट परीक्षा में 533 अंक प्राप्त किए है। निशांत ने पहले ही प्रयास में यह सफलता हासिल की है। निशांत पटियाल ने किसी भी संस्थान से कोई कोचिंग प्राप्त नहीं की है। निशांत गांव मरियानी के एक साधारण परिवार से संबंध रखते हैं और प्रतिदिन मरियानी गांव से 7 किलोमीटर पैदल चलकर स्कूल पढ़ने आते थे।
निशांत की माता रीना देवी गृहिणी हैं और पिता पवन पटियाल मोटर मेकेनिक है। निशांत न्यूरो सर्जन बनना चाहते है। निशांत ने अपनी कामयाबी का श्रेय अपने माता-पिता और अध्यापकों को दिया है। प्रधानाचार्य राजेश शर्मा और जिला शिक्षा उपनिदेशक बीडी शर्मा ने निशांत, उनके माता-पिता और अध्यापकों को बधाई दी है।