यह सियासी घमासान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना द्वारा मंगलवार को एक सर्वेक्षण का हवाला देते हुए एक विज्ञापन प्रकाशित किए जाने के बाद शुरू हुआ है। विज्ञापन में सीएम शिंदे को लोकप्रियता में डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस से आगे दिखाया गया था।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के विज्ञापन में यह दावा किया गया था कि मुख्यमंत्री के रूप में फडणवीस की तुलना में शिंदे ज्यादा लोगों को पसंद हैं। इस दावे के बाद महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना (शिंदे) के बीच सियासी बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। महाराष्ट्र से भाजपा सांसद अनिल बोंडे (Anil Bonde) ने बुधवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर निशाना साधा और कहा कि मेंढक कितना भी फूल जाए तो भी हाथी नहीं बन सकता। इसके बाद शिवसेना के एक विधायक ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा के पूर्व के मंत्रियों को उनकी पार्टी के “50 टाइगर्स” की वजह से ही कैबिनेट में जगह मिल सकी है।
यह सियासी घमासान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना द्वारा मंगलवार को एक सर्वेक्षण का हवाला देते हुए एक विज्ञापन प्रकाशित किए जाने के बाद शुरू हुआ है। विज्ञापन में सीएम शिंदे को लोकप्रियता में डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस से आगे दिखाया गया था। इसमें शिवसेना का धनुष-बाण चिह्न और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शिंदे की तस्वीर थी, लेकिन फडणवीस या शिवसेना के संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे की तस्वीरें नहीं थीं। विभिन्न समाचार पत्रों में पूरे पन्ने का विज्ञापन जारी किया जिसका शीर्षक था, ‘‘राष्ट्र में मोदी, महाराष्ट्र में शिंदे सरकार।’’ तभी से दोनों सत्तारूढ़ सहयोगियों के बीच बेचैनी बढ़ गई है।
वहीं, मुख्यमंत्री शिंदे ने बाद में यह कहते हुए इसे अधिक तवज्जो नहीं देने का प्रयास किया था कि वह और भाजपा नेता फडणवीस दोनों लोगों के मन में हैं और मिलकर काम कर रहे हैं। राज्य के सत्तारूढ़ गठबंधन पर बुधवार को एक और विज्ञापन मराठी दैनिक आखबारों में छपा, जिसमें शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे और डिप्टी सीएम फडणवीस जैसे नेता शामिल थे।
गायकवाड़ ने कहा कि जिस तरह से एकनाथ शिंदे काम कर रहे हैं और फिर उनकी तुलना एक मेंढक से कर रहे हैं या कह रहे हैं कि वह केवल ठाणे तक ही सीमित हैं, महाराष्ट्र में आप (भाजपा) किसकी मदद से बढ़े? आप बालासाहेब ठाकरे की मदद से बढ़े। आपकी महाराष्ट्र में स्थिति क्या थी? उन्होंने आगे कहा, शिवसेना और एकनाथ शिंदे शेर हैं। इन 50 शेरों के कारण ही भाजपा के मंत्रियों को कैबिनेट में जगह मिली है।