पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने शुक्रवार को नेशनल असेंबली के पटल पर वित्त वर्ष 2023-24 के लिए बजट पेश किया। डार ने बजट भाषण में कहा कि आगामी वर्ष के लिए सरकार कोई नया कर नहीं लगा रही है।
कंगाली के कगार पर खड़े पाकिस्तान ने अपने रक्षा खर्च में पिछले साल के मुकाबले 15.4 प्रतिशत की वृद्धि की है। आर्थिक संकट से जूझ रही पाक सरकार ने तीन साल में पहली बार रक्षा बजट बढ़ाया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने शुक्रवार को नेशनल असेंबली के पटल पर वित्त वर्ष 2023-24 के लिए बजट पेश किया। डार ने बजट भाषण में कहा कि आगामी वर्ष के लिए सरकार कोई नया कर नहीं लगा रही है।डार ने कहा कि अगले साल के लिए सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 3.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है। यह भारत के अनुमान 6.5% से करीब आधा है। डार ने कहा, यह चुनावी बजट नहीं है और वास्तविक अर्थव्यवस्था के तत्वों पर केंद्रित है। वित्त वर्ष 2023-24 के बजट का कुल खर्च 14.46 लाख करोड़ रुपये है। सरकार ने कुल मौजूदा खर्च 13,320 अरब रुपये रखा है, जो पिछले साल के बजट आंकड़े से 53 फीसदी अधिक है।
बजट में सबसे ज्यादा 7,303 अरब रुपये का प्रावधान कर्ज भुगतान के लिए
डार ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए रक्षा व्यय का बजट 1,804 अरब रुपये रखा है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 15.4 प्रतिशत अधिक है। पाकिस्तान सबसे ज्यादा खर्च ब्याज के भुगतान में कर रहा है। वित्त वर्ष के लिए बजट में ब्याज भुगतान पिछले वर्ष से 85 फीसदी बढ़कर 7,303 अरब रुपये हो गया है, जो कुल वर्तमान व्यय का यह 55% है। मुद्रा स्फीति का लक्ष्य 21% रखा गया है।