वायुसेना प्रमुख ने कहा, तीन सर्दियां बीत चुकी हैं, हमने पर्याप्त बुनियादी ढांचा विकसित कर लिया है। क्षेत्र में पर्याप्त सुरक्षा के लिए हथियाओं और उपकरणों की पर्याप्त तैनाती सुनिश्चित की है।
भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने एक कार्यक्रम में शुक्रवार को कहा, 2020 में गलवां संकट के बाद भारतीय वायुसेना उत्तरी सीमाओं पर हो रही घटनाओं को लेकर पूरी तरह सतर्क है। वायुसेना लगातार अपनी क्षमताओं बढ़ा रही है। वायुसेना प्रमुख ने कहा, तीन सर्दियां बीत चुकी हैं, हमने पर्याप्त बुनियादी ढांचा विकसित कर लिया है। क्षेत्र में पर्याप्त सुरक्षा के लिए हथियाओं और उपकरणों की पर्याप्त तैनाती सुनिश्चित की है। पूर्वी लद्दाख के कुछ क्षेत्रों में भारतीय और चीनी सैनिक टकराव की मुद्रा में हैं।
भारत-सऊदी अरब के बीच संबंधों की पुष्टि करता है प्रशिक्षण : नौसेना प्रमुख
भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार शुक्रवार को भारत में प्रशिक्षण लेने आए सऊदी नौसेना के कैडेट्स से मिले। उन्होंने कहा, यह प्रशिक्षण भारत-सऊदी अरब के बीच बढ़ते सामरिक संबंधों की पुष्टि करता है। रॉयल सऊदी नेवल फोर्स (आरएसएनएफ) के कैडेट भारतीय नौसेना के साथ तैरते जहाज पर प्रशिक्षण के लिए आईएनएस तिर और आईएनएस सुजाता पर मौजूद हैं।
बाढ़-आपदा विश्लेषण को मार्च तक सॉफ्टवेयर बनाएं गृह मंत्रालय व एनडीएमए : शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बाढ़ और आपदा संबंधी जानकारी का विश्लेषण करने के लिए गृह मंत्रालय और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) को मार्च, 2024 तक एक कॉमन सॉफ्टवेयर विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इससे भविष्यवाणी करने वाली एजेंसियों को तत्काल वैज्ञानिक डाटा मिल सकेगा और इसका उपयोग आपदा प्रबंधन एजेंसियां कर सकेंगी। उन्होंने इस सॉफ्टवेयर को विकसित करने में विदेशी विशेषज्ञ एजेंसियों की मदद लेने को भी कहा। शाह ने शुक्रवार को आगामी मानसून को देखते हुए देश में बाढ़ प्रबंधन की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने देश की स्थानीय बाढ़ समस्याओं को कम करने के लिए एक व्यापक नीति तैयार करने के लिए दीर्घकालिक उपायों की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में कई प्रयास हो रहे हैं।