
शोधकर्ताओं ने पाया कि ऐसे लोगों में अधिक वजन/मोटापे की आशंका कम होने के साथ कई क्रोनिक बीमारियों का खतरा भी कम होता है।
रिपोर्ट में प्रमुख आहार विशेषज्ञ मैरी साबत कहती हैं, यदि आप नाश्ता छोड़ देते हैं, तो यह आदत दूसरे मील में अधिक खाने की संभावना बढ़ाने वाली हो सकती है, जिससे शरीर में अतिरिक्त कैलोरी की आवश्यकता हो सकती है। इस आदत के कारण इंसुलिन स्पाइक्स भी हो सकता है जिससे डायबिटीज और शरीर में फैट बढ़ने का जोखिम रहता है।

उनमें अन्य लोगों की तुलना में दिल का दौरा पड़ने की आशंका लगभग 27% अधिक होती है। शोध का नेतृत्व करने वाली डॉ. लिआ काहिल बताती हैं कि जोखिम की दर इतनी चिंताजनक नहीं है, लेकिन वह इस तथ्य का भी समर्थन करती हैं कि स्वस्थ नाश्ता करने से वास्तव में दिल के दौरे का खतरा कम हो सकता है।

हार्वर्ड यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ ने एक अध्ययन किया जिसका उद्देश्य खाने की आदतों और स्वास्थ्य के बीच संबंध को समझना था। करीब छह साल तक चले इस शोध में 46,289 महिलाओं ने हिस्सा लिया। अध्ययन के परिणाम आश्चर्यजनक थे। परिणाम के अनुसार, जिन महिलाओं को नाश्ता नहीं करने की आदत थी, उनमें टाइप-2 मधुमेह होने का खतरा उन महिलाओं की तुलना में अधिक था, जो रोजाना नाश्ता करती थीं। इंसुलिन स्पाइक और अधिक वजन को इसका कारण माना गया।

आहार विशेषज्ञों का कहना है, सुबह के नाश्ते को ‘दिन का सबसे महत्वपूर्ण भोजन’ कहा जाता है। यह आपके ऊर्जा स्तर और सतर्कता को बढ़ावा देने के साथ आपके ग्लूकोज की आपूर्ति की भरपाई करता है, साथ ही बेहतर स्वास्थ्य के लिए आवश्यक पोषक तत्व भी प्रदान करता है। सुबह का नाश्ता पौष्टिक और स्वस्थ होना चाहिए, इसमें फलों-सलाद, दूध जैसी चीजों को शामिल करें जिससे शरीर के लिए आवश्यक तत्वों की पूर्ति की जा सके।
