हमारे शरीर को स्वस्थ और फिट रखने के लिए नियमित रूप से पौष्टिक आहार की आवश्यकता होती है। आहार की पौष्टिकता के साथ समय पर भोजन करना भी आवश्यक माना जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, ज्यादातर लोगों में आहार से संबंधित एक समस्या देखी जा रही है वह है- सुबह नाश्ता न करना। यह एक गलत आदत आपमें कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ाने वाली हो सकती है। सुबह नाश्ता न करने वाले लोगों में हृदय रोगों से लेकर, टाइप-2 डायबिटीज जैसी गंभीर समस्याओं के विकसित होने की आशंका जताई गई है।आहार विशेषज्ञ कहते हैं, हमारे दिन के पूरे भोजन में सुबह का नाश्ता सबसे महत्वपूर्ण होता है। रात के 6-8 घंटे पेट खाली होने के बाद शरीर को ऊर्जा के लिए पौष्टिक आहार की जरूरत होती है। यह मेटाबॉलिक प्रक्रियाओं के लिए भी आवश्यक है। नाश्ता न कर पाने की आदत आपके लिए कई प्रकार की समस्याओं को बढ़ाने वाली हो सकती है। आइए इससे होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में जानते हैं।
सुबह का नाश्ता क्यों जरूरी है?
शोधकर्ताओं ने पाया कि ऐसे लोगों में अधिक वजन/मोटापे की आशंका कम होने के साथ कई क्रोनिक बीमारियों का खतरा भी कम होता है।
रिपोर्ट में प्रमुख आहार विशेषज्ञ मैरी साबत कहती हैं, यदि आप नाश्ता छोड़ देते हैं, तो यह आदत दूसरे मील में अधिक खाने की संभावना बढ़ाने वाली हो सकती है, जिससे शरीर में अतिरिक्त कैलोरी की आवश्यकता हो सकती है। इस आदत के कारण इंसुलिन स्पाइक्स भी हो सकता है जिससे डायबिटीज और शरीर में फैट बढ़ने का जोखिम रहता है।
हृदय रोगों की समस्याएं
उनमें अन्य लोगों की तुलना में दिल का दौरा पड़ने की आशंका लगभग 27% अधिक होती है। शोध का नेतृत्व करने वाली डॉ. लिआ काहिल बताती हैं कि जोखिम की दर इतनी चिंताजनक नहीं है, लेकिन वह इस तथ्य का भी समर्थन करती हैं कि स्वस्थ नाश्ता करने से वास्तव में दिल के दौरे का खतरा कम हो सकता है।
टाइप-2 डायबिटीज का खतरा
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ ने एक अध्ययन किया जिसका उद्देश्य खाने की आदतों और स्वास्थ्य के बीच संबंध को समझना था। करीब छह साल तक चले इस शोध में 46,289 महिलाओं ने हिस्सा लिया। अध्ययन के परिणाम आश्चर्यजनक थे। परिणाम के अनुसार, जिन महिलाओं को नाश्ता नहीं करने की आदत थी, उनमें टाइप-2 मधुमेह होने का खतरा उन महिलाओं की तुलना में अधिक था, जो रोजाना नाश्ता करती थीं। इंसुलिन स्पाइक और अधिक वजन को इसका कारण माना गया।