नए संसद भवन के उद्घाटन के मामले को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती केंद्र सरकार के पक्ष में आ गई हैं। उन्होंने कहा है कि बसपा ने देश में जनहित मुद्दों पर हमेशा चाहे कांग्रेस की सरकार हो या भाजपा की सभी का समर्थन किया है । 28 मई को संसद के नए भवन के उद्घाटन को भी पार्टी इसी संदर्भ में देखते हुए इसका स्वागत करती है।
उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रपति द्वारा उद्घाटन नहीं कराए जाने को लेकर बहिष्कार अनुचित है। संसद भवन को सरकार ने बनवाया है। इसके उद्घाटन का अधिकार भी सरकार को ही है। इस मामले को आदिवासी महिला के सम्मान से जोड़ना भी अनुचित है। यह उन्हें निर्विरोध न चुनकर उनके विरुद्ध उम्मीदवार खड़ा करते वक्त सोचना चाहिए था।
मायावती ने कहा कि देश को समर्पित होने वाले कार्यक्रम अर्थात नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का निमंत्रण मुझे मिला है किंतु बैठकों में व्यस्तता होने के कारण मैं उसमें शामिल नहीं हो पाऊंगी। इसके लिए बधाई।
देश के विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति से नए संसद भवन का उद्घाटन न कराए जाने को अनुचित करार देते हुए कार्यक्रम का बहिष्कार किया है।