रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आधुनिक तकनीकों को तेजी से अपनाने के लिए सोमवार को रेल भवन से ‘रेलवे के लिए स्टार्टअप्स’ कार्यक्रम लॉन्च किया।
इस मौके पर अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारतीय रेलवे में प्रौद्योगिकी के एकीकरण पर लंबे समय से चल रही चर्चा ने आज शुरू की गई इस पहल के रूप में आज ठोस रूप ले लिया है। इस पहल के शुरू होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए मंत्री ने कहा कि इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से स्टार्ट अप को रेलवे से जुड़ने का अच्छा अवसर मिलेगा। इस कार्यक्रम के प्रथम चरण के लिए रेलवे के विभिन्न मंडलों, क्षेत्रीय कार्यालयों/जोनों से प्राप्त 100 से अधिक समस्या विवरणों में से 11 समस्या विवरण जैसे रेल फ्रैक्चर, हेडवे कमी आदि को लिया गया है। इन्हें नवीन समाधान खोजने के लिए स्टार्ट अप के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यदि स्टार्टअप भारतीय रेलवे के साथ सहयोग करते हैं तो कई नवीन समाधानों पर मंथन हो सकता है और कई तकनीकी चुनौतियों का समाधान किया जा सकता है। हमने आज स्टार्टअप इंडिया के तहत एक नवाचार कार्यक्रम शुरू किया है और इसे हल करने के लिए 11 आम समस्याओं को हल किया है।
वैष्णव ने कहा कि स्टार्टअप्स को डिप्लॉयमेंट और आइडिया सपोर्ट के साथ 50 प्रतिशत पूंजी अनुदान दिया जाएगा। संपूर्ण विकास यात्रा के दौरान, हमारे फील्ड, आरडीएसओ, जोनल और रेलवे बोर्ड के अधिकारी लगातार उनका समर्थन करेंगे और उन्हें संभालेंगे।