सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी ने बताया इमरजेंसी मॉडल के तहत जिला, मंडलीय अस्पतालों में ईसीजी कॉर्नर या फिर कोरोनरी केयर यूनिट बनाई जाएगी। यहां हृदय रोगियों को प्राथमिक इलाज तुरंत मिल जाएगा। सबसे पहले मरीज की ईसीजी, इको जांच होगी। इसके बाद रिपोर्ट को एक एप के माध्यम से मेडिकल कॉलेज के हृदय रोग विशेषज्ञ को भेजी जाएगी।
सरकारी अस्पतालों की इमरजेंसी में आने वाले हृदय रोगियों को अब बेहतर इलाज मिल सकेगा। आईएमएस बीएचयू के विशेषज्ञ और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ऐसे मरीजों के लिए एक ऐसा मॉडल (हार्ट यूनिट) तैयार किया है, जिसके तहत सरकारी अस्पतालों में ही मरीज की ईसीजी, ईको तुरंत हो सकेगा। साथ ही मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञों से परामर्श भी मिलेगा। इससे मरीजों की जान समय रहते बचाई जा सकेगी। अब इसी मॉडल को यूपी के सभी जिलों में लागू करने की तैयारी चल रही है। 26 मई को प्रमुख सचिव स्वास्थ्य की मौजूदगी में बीएचयू में 19 जिलों के सीएमओ के सामने इस मॉडल की प्रस्तुति दी जाएती। प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में इस मॉडल को लागू करने पर भी उसी दिन मुहर लग सकती है।स्वास्थ्य विभाग की पहल पर आईएमएस बीएचयू के हृदय रोग विभाग के प्रो. धर्मेंद्र जैन ने जो मॉडल तैयार किया है, उसमें जिला अस्पताल के चिकित्सक को जरूरत पड़ने पर बीएचयू में बैठे विशेषज्ञ परामर्श दे सकेंगे। साथ ही ईसीजी और थ्रंबोलाइसिस थैरेपी यानी खून के थक्के को खत्म करने की प्रकिया के बारे में भी बताया जाएगा।
सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी ने बताया इमरजेंसी मॉडल के तहत जिला, मंडलीय अस्पतालों में ईसीजी कॉर्नर या फिर कोरोनरी केयर यूनिट बनाई जाएगी। यहां हृदय रोगियों को प्राथमिक इलाज तुरंत मिल जाएगा। सबसे पहले मरीज की ईसीजी, इको जांच होगी। इसके बाद रिपोर्ट को एक एप के माध्यम से मेडिकल कॉलेज के हृदय रोग विशेषज्ञ को भेजी जाएगी। रिपोर्ट के आधार पर न केवल मरीज के हार्ट अटैक के बारे में सटीक जानकारी मिलेगी बल्कि थ्रंबोलाइसिस थैरेपी भी की जाएगी। इस तरह मरीज को जिला, मंडलीय अस्पताल में प्राथमिक इलाज मिल जाएगा। इससे उसकी जान बच जाएगी। फिर उसे मेडिकल कॉलेज रेफर किया जाएगा।26 मई को बीएचयू में होने वाले आयोजन की तैयारियां अंतिम दौर में हैं। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य के साथ ही 19 जिलों के सीएमओ मौजूद रहेंगे। हृदय रोगियों के उपचार वाले मॉडल को प्रदेश के सभी जिलों में लागू कराने की योजना है। इसी कार्यक्रम में इस पर मुहर लगने पर सहमति बनेगी। – डॉ. संदीप चौधरी, सीएमओ