अतीक-अशरफ हत्याकांड की विवेचना कर रही एसआईटी ने दिल्ली से आए मीडियाकर्मियों समेत नौ का बयान दर्ज किया गया। टीम ने इन सभी से एक-एक बिंदु की जानकारी ली। करीब 1.30 घंटे तक उनसे पूछताछ की गई।
अतीक-अशरफ हत्याकांड की विवेचना कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने सोमवार को दिल्ली से आए मीडियाकर्मियों समेत नौ लोगों का बयान दर्ज किया। इनमें पांच चिकित्सीय स्टाफ भी शामिल रहा। इन सभी से पूछा कि घटना के दौरान कब, क्या और कैसे हुआ। उनसे एक-एक बिंदु की जानकारी ली।
करीब 1.30 घंटे तक उनसे पूछताछ की गई। बयान दर्ज करने की कार्रवाई लगभग पूरी हो चुकी है और अब आगे की कार्रवाई के लिए एसआईटी को बैलिस्टिक व फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार है। अतीक-अशरफ हत्याकांड के समय मौके पर स्थानीय के साथ ही बाहर से आए मीडियाकर्मी भी मौजूद थे।
वह घटना के प्रत्यक्षदर्शी भी हैं और घटना के दौरान बाल-बाल बचे थे। इनमें से स्थानीय मीडियाकर्मियों का बयान पहले ही हो चुका था। जबकि सोमवार को दिल्ली, लखनऊ के चार मीडियाकर्मी बयान दर्ज कराने के लिए एसआईटी अफसरों के सामने उपस्थित हुए।
इस दौरान अफसरों ने उनसे विस्तृत पूछताछ की। एक-एक बिंदु के संबंध में जानकारी मांगी जो घटना से संबंधित थी और उन्होंने उसे अपनी आंखों से देखा था। इनके बयान को कलमबद्ध किया गया और फिर वीडियो फुटेज से दी गई जानकारी की तस्दीक भी की गई। इसके अलावा जिन पांच चिकित्सीय स्टाफ से पूछताछ की गई, उनमें दो सफाईकर्मी, एक शव वाहन चालक, एक कंप्यूटर ऑपरेटर व एक वार्ड ब्वॉय शामिल रहे।
लगभग 60 लोगों के दर्ज हुए बयान
गौरतलब है कि इससे पहले वारदात के दौरान अतीक-अशरफ की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों और कॉल्विन अस्पताल के डॉक्टरों समेत अन्य स्टाफ का बयान दर्ज किया जा चुका है। सूत्रों का कहना है कि एसआईटी वारदात के संबंध में लगभग 60 लोगों का बयान दर्ज कर चुकी है और उसकी यह कार्रवाई लगभग पूरी हो गई है।
अब आगे की कार्रवाई के लिए उसे मौके से बरामद असलहों की बैलिस्टिक रिपोर्ट व फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार है। रिपोर्ट मिलने के बाद शूटरों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल करने के संबंध में कार्रवाई की जाएगी।तीन सदस्यीय एसआईटी कर रही विवेचनाअतीक अशरफ हत्याकांड की विवेचना के लिए 16 अप्रैल को तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया था। अपर पुलिस उपायुक्त अपराध सतीश चंद्र की अध्यक्षता में गठित कमेटी में सहायक पुलिस आयुक्त कोतवाली सत्येंद्र प्रसाद तिवारी व इंस्पेक्टर ओमप्रकाश को शामिल किया गया है।लगभग एक महीने में एसआईटी घटना से संबंधित ज्यादातर लोगों के बयान दर्ज करने के साथ ही पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर तीनों शूटरों से पूछताछ, सीन रीक्रिएशन समेत अन्य कार्रवाई कर चुकी है। जबकि आगे की कार्रवाई के लिए बैलिस्टिक व फोरेंसिक जांच रिपोर्टों का इंतजार कर रही है।