सुदीप्तो सेन निर्देशित और अदा शर्मा स्टारर फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ देखने वाले दर्शकों की सुरक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट से सख्त कदम उठाने की मांग की गई है।
‘द केरल स्टोरी’ भी अब उस मुकाम पर पहुंच गई है, जहां कभी पिछले साल रिलीज हुई विवेक अग्नीहोत्री की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ थी। फिल्म की रिलीज से पहले ही इसको लेकर देशभर में बवाल मच गया था। विवाद के बीच रिलीज हुई फिल्म को लेकर मुद्दा अब सुप्रीम कोर्ट की दहलीज तक भी पहुंच चुका है। दरअसल, बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने ‘द केरल स्टोरी’ पर सुनवाई की मांग को स्वीकार कर लिया था। अभी उस पर फैसला आया भी नहीं था कि एक एससी में एक और जनहित याचिका दायर कर दी गई है, जिसमें सुप्रीम कोर्ट से तत्काल कदम उठाने की मांग की है।
जनहित याचिका दायर
सुप्रीम कोर्ट में दायर एक जनहित याचिका में ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म देखने की इच्छा रखने वाले लोगों और फिल्म दिखाने की इच्छा रखने वाले मल्टीप्लेक्स की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल आवश्यक कदम उठाने की मांग की गई है। ताजा याचिका में फिल्म पर से प्रतिबंध हटाने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है, क्योंकि प्रतिबंध लगाने से ऐसे राज्य में अधिक हिंसा और अशांति पैदा हो रही है।
जहां एक तरफ ‘द केरल स्टोरी’ को बहुत से प्रदेशों में टैक्स फ्री किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ कुछ राज्यों में इसको प्रदर्शित करने पर बैन लगा दिया गया है। फिल्म पर पश्चिम बंगाल सरकार ने बैन लगा दिया है। उनका कहना है कि फिल्म से राज्य की शांति व्यवस्था भंग हो जाएगी। वहीं इसके साथ ही तमिलनाडु ने फिल्म को आधिकारिक रूप से बैन नहीं किया है, लेकिन इसे राज्य में कहीं भी दिखाया नहीं जा रहा है।
क्या है फिल्म की कहानी
‘द केरल स्टोरी’ का निर्देशन सुदीप्तो सेन ने किया है और इस फिल्म में मुख्य अभिनेत्री के तौर पर अदा शर्मा ने काम किया है। फिल्म की कहानी धर्मांतरण पर आधारित है। ‘द केरल स्टोरी’ केरल की उन हिंदू महिलाओं की कहानी है, जिन्हें धर्मांतरण के बाद सीरिया ले जाया गया था और उनका शोषण किया गया था।