‘इंटरनेट इन इंडिया रिपोर्ट-2022’ ने कहा गया है, 759 मिलियन एक्टिव इंटरनेट यूजर्स हैं, जो महीने में कम से कम एक बार इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। यह संख्या 2025 तक 900 मिलियन होने की उम्मीद है।
759 मिलियन से अधिक नागरिक ‘एक्टिव’ इंटरनेट यूजर्स हैं और महीने में कम से कम एक बार इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। भारत में 2023 तक एक्टिव इंटरनेट यूजर्स की संख्या 900 मिलियन तक होने की उम्मीद है। यह बात उद्योग संगठन आईएएमएआई और मार्केट डाटा एनालिटिक्स फर्म कंटार की एक संयुक्त रिपोर्ट में कही गई है।
2025 तक 900 मिलियन यूजर्स होने की उम्मीद
‘इंटरनेट इन इंडिया रिपोर्ट-2022’ ने कहा गया है, 759 मिलियन एक्टिव इंटरनेट यूजर्स हैं, जो महीने में कम से कम एक बार इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। यह संख्या 2025 तक 900 मिलियन होने की उम्मीद है। यह पहली बार है कि अधिकांश भारतीय एक्टिव इंटरनेट यूजर्स बन गए हैं।
‘इंटरनेट इन इंडिया रिपोर्ट-2022’ ने कहा गया है, 759 मिलियन एक्टिव इंटरनेट यूजर्स हैं, जो महीने में कम से कम एक बार इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। यह संख्या 2025 तक 900 मिलियन होने की उम्मीद है। यह पहली बार है कि अधिकांश भारतीय एक्टिव इंटरनेट यूजर्स बन गए हैं।
ग्रामीण भारत में ज्यादा इंटरनेट यूजर्स
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में 2022 में एक्टिव इंटरनेट यूजर्स की संख्या 759 मिलियन हैं, इनमें से 399 मिलियन ग्रामीण भारत हैं, जबकि 360 मिलियन शहरी भारत से हैं, जो दिखाता है कि ग्रामीण भारत देश में इंटरनेट का विकास जारी है।रिपोर्ट में कहा गया है, करीब 71 फीसदी इंटरनेट पहुंच वाले शहरी भारत में केवल 6 फीसदी की वृद्धि देखी गई जबकि ग्रामीण भारत में पिछले एक वर्ष में 14 फीसदी की वृद्धि देखी गई। अनुमान है कि 2025 तक भारत में सभी नए इंटरनेट यूजर्स में से 56 फीसदी ग्रामीण भारत से होंगे।
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में 2022 में एक्टिव इंटरनेट यूजर्स की संख्या 759 मिलियन हैं, इनमें से 399 मिलियन ग्रामीण भारत हैं, जबकि 360 मिलियन शहरी भारत से हैं, जो दिखाता है कि ग्रामीण भारत देश में इंटरनेट का विकास जारी है।रिपोर्ट में कहा गया है, करीब 71 फीसदी इंटरनेट पहुंच वाले शहरी भारत में केवल 6 फीसदी की वृद्धि देखी गई जबकि ग्रामीण भारत में पिछले एक वर्ष में 14 फीसदी की वृद्धि देखी गई। अनुमान है कि 2025 तक भारत में सभी नए इंटरनेट यूजर्स में से 56 फीसदी ग्रामीण भारत से होंगे।
राज्यों में इंटरनेट तक पहुंच में अंतर
रिपोर्ट में पाया गया कि डिजिटल अंतर राज्यों में इंटरनेट की पहुंच में भारी असमानता के साथ पॉजिटिव नैरेटिव को प्रभावित कर रहा है। बिहार में 32 फीसदी यूजर्स के पास अग्रणी राज्य गोवा की तुलना में इंटरनेट तक पहुंच का स्तर आधे से भी कम है, जहां 70 फीसदी लोग इंटरनेट यूजर्स हैं।
रिपोर्ट में पाया गया कि डिजिटल अंतर राज्यों में इंटरनेट की पहुंच में भारी असमानता के साथ पॉजिटिव नैरेटिव को प्रभावित कर रहा है। बिहार में 32 फीसदी यूजर्स के पास अग्रणी राज्य गोवा की तुलना में इंटरनेट तक पहुंच का स्तर आधे से भी कम है, जहां 70 फीसदी लोग इंटरनेट यूजर्स हैं।
2022 तक सभी नए यूजर्स में 57 फीसदी महिलाएं
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भले ही 54 फीसदी पुरुष यूजर्स के साथ लिंग अंतर आजतक बना हुआ है, लेकिन खुशी की बात यह है कि 2022 तक सभी नए यूजर्स में 57 फीसदी महिलाएं थीं। अनुमान है कि 2025 तक सभी नए यूजर्स में 65 फीसदी महिलाएं होंगी, जो लैंगिक अंतर को दूर में मदद करेंगी।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भले ही 54 फीसदी पुरुष यूजर्स के साथ लिंग अंतर आजतक बना हुआ है, लेकिन खुशी की बात यह है कि 2022 तक सभी नए यूजर्स में 57 फीसदी महिलाएं थीं। अनुमान है कि 2025 तक सभी नए यूजर्स में 65 फीसदी महिलाएं होंगी, जो लैंगिक अंतर को दूर में मदद करेंगी।
सोशल मीडिया भारत में सबसे लोकप्रिय सेवा
रिपोर्ट में बताया गया है, इंटरनेट के इस्तेमाल के मामले में डिजिटल एंटरटेनमेंट, डिजिटल कम्युनिकेशंस और सोशल मीडिया भारत में सबसे लोकप्रिय सेवाएं बनी हुई हैं। भारतीय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को अगले ई-कॉमर्स डेस्टीनेशन के रूप में तेजी से अपना रहे हैं, जिससे सोशल कॉमर्स में साल-दर-साल 51 फीसदी की वृद्धि हुई है।
रिपोर्ट में बताया गया है, इंटरनेट के इस्तेमाल के मामले में डिजिटल एंटरटेनमेंट, डिजिटल कम्युनिकेशंस और सोशल मीडिया भारत में सबसे लोकप्रिय सेवाएं बनी हुई हैं। भारतीय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को अगले ई-कॉमर्स डेस्टीनेशन के रूप में तेजी से अपना रहे हैं, जिससे सोशल कॉमर्स में साल-दर-साल 51 फीसदी की वृद्धि हुई है।