चीन की सरकार अविवाहित महिलाओं के गर्भवती होने पर मैटरनिटी लीव देने, बच्चे पैदा करने पर मिलने वाली सब्सिडी देने और साथ ही आईवीएफ ट्रीटमेंट लेने की भी अनुमति देने की तैयारी कर रही है।
चीन अपनी घटती जनसंख्या से परेशान हो गया है और यही वजह है कि वह लोगों को बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए नए-नए नियम बना रहा है। अब चीन ने एक और नया नियम बनाने जा रहा है, जिसके तहत सिंगल महिलाएं भी कानूनी तौर पर आईवीएफ ट्रीटमेंट ले सकेंगी।
अविवाहित महिलाएं भी ले सकेंगी आईवीएफ ट्रीटमेंट
बता दें कि चीन के सिचुआन प्रांत में अविवाहित महिलाएं भी बच्चे पैदा कर सकती हैं। अब चीन की सरकार पूरे देश में इसे कानूनी तौर पर मान्यता देने की तैयारी कर रही है। साथ ही चीन की सरकार अविवाहित महिलाओं के गर्भवती होने पर मैटरनिटी लीव देने, बच्चे पैदा करने पर मिलने वाली सब्सिडी देने और साथ ही आईवीएफ ट्रीटमेंट लेने की भी अनुमति देने की तैयारी कर रही है।
आईवीएफ मार्केट में आएगा बूम
अगर चीन की सरकार आईवीएफ ट्रीटमेंट को सिंगल महिलाओं के लिए भी लीगल कर देती है तो इससे चीन में आईवीएफ की डिमांड में तेजी आने की उम्मीद है। जो महिलाएं सिंगल हैं और शादी करने की इच्छा नहीं रखती तो वो भी आईवीएफ के जरिए अब आसानी से मां बन सकेंगी। चीन में अभी 539 निजी और सरकारी आईवीएफ क्लीनिक हैं और 2025 तक चीन की सरकार हर 23 लाख लोगों पर एक आईवीएफ क्लीनिक खोलने पर विचार कर रही है। साथ ही चीन में आईवीएफ मार्केट के 2025 तक 85 बिलियन युआन की होने की उम्मीद है।
चीन की जनसंख्या तेजी से कम हो रही है और साथ ही देश में बूढ़े लोगों की संख्या भी बढ़ रही है। ऐसे में चीन की सरकार को अपने कार्यबल में कमी आने की आशंका है। यही वजह है कि चीन की सरकार लोगों को बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है लेकिन शादी और बच्चों के लालन-पालन में होने वाले खर्च को देखते हुए चीन के लोग बच्चे पैदा करने से कतरा रहे हैं।