उच्च स्तरीय बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने समझौते की स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया और ‘बातचीत को आगे बढ़ाने’ के तरीकों पर चर्चा की।
भारत और यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (EFTA) ने बुधवार को एक ट्रेड डील- व्यापार और आर्थिक साझेदारी समझौता की दिशा में बातचीत फिर से शुरू करने की संभावनाओं पर चर्चा की। ईएफटीए में आइसलैंड, स्विट्जरलैंड, नॉर्वे और लिस्टेंस्टीन के चार देश शामिल हैं। द्विपक्षीय व्यापार और आर्थिक साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए भारत और ईएफटीए के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडलों के बीच बैठक की पृष्ठभूमि में यह बातचीत शुरू हुई है।
भारत और ईएफटीए देशों ने 15 साल पहले व्यापार और निवेश समझौते पर बातचीत शुरू की थी। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच 13 दौर की वार्ता हुई और 2013 के अंत में बातचीत को रोक दिया गया। वर्ष 2016 में वार्ता फिर से शुरू हुई और चार बार दोनों पक्षों ने बातचीत की।
बयान में कहा गया है कि दोनों पक्षों ने सभी लंबित मुद्दों को हल करने के अपने प्रयासों को जारी रखने और एक अधिक समावेशी वैश्विक व्यापार प्रणाली में योगदान करते हुए आर्थिक साझेदारी को गहरा और मजबूत करने की दिशा में काम करने पर सहमति व्यक्त की। बैठक में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के अलावा नॉर्वे के व्यापार और उद्योग मंत्री अर्टिडा, जन क्रिश्चियन वेस्ट्रे, आइसलैंड के विदेश मंत्रालय में स्थायी सचिव मार्टिन आइजॉल्फसन, ईएफटीए में लिकटेंस्टीन के राजदूत और स्थायी प्रतिनिधि कर्ट जैगर तथा विश्व व्यापार संगठन, और जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र, और EFTA के महासचिव हेनरी गेटाज शामिल थे।