अतीक अहमद के भाई अशरफ का आतंकी कनेक्शन सामने आया है। उसने देश में रहकर आईएसआई के स्लीपर सेल की तरह काम करने वाले युवक की सिफारिश में एक पत्र लिखा था।
अतीक अहमद के भाई अशरफ का आतंकी कनेक्शन सामने आया है। उसने देश में रहकर आईएसआई के स्लीपर सेल की तरह काम करने वाले युवक की सिफारिश में एक पत्र लिखा था। जीशान कमर नाम के इस युवक को 1.5 साल पहले करेली से दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया था। आरोप था कि वह अपने साथियों के साथ मिलकर देश के कई बड़े शहरों में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की प्लानिंग में लगा था।स्लीपर सेल की सिफारिश में अशरफ ने यह पत्र अपने लेटर पैड पर अगस्त 2017 में लिखा था। यह पासपोर्ट अधिकारी को संबोधित था। इसमें लिखा गया था कि जीशान कमर पिछले कई सालों से मेरे यहां काम करते हैं। यही नहीं इनसे मेरे घर जैसे ताल्लुक हैं। इसलिए जल्द इनका पासपोर्ट बनवाया जाए। इन्हें अपने काम के सिलसिले में विदेश यात्रा करनी है। इस पत्र की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई है। जिसके बाद माफिया भाइयों के आतंकी कनेक्शन की चर्चा तेज हो गई है।
14 सितंबर 2021 को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने यूपी एटीएस की मदद से प्रयागराज समेत देश भर में छापे मारकर आईएसआई के लिए स्लीपर सेल के रूप में काम करने के छह आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनमें जीशान कमर (28) भी शामिल है। गिरफ्तार आरोपियों में प्रयागराज का ही मूल निवासी ओसामा उर्फ सामी भी है जो दिल्ली के जामियानगर में रहकर पढ़ाई कर रहा था।
दिल्ली पुलिस की ओर से दावा किया गया था कि खजूर का ऑनलाइन बिजनेस करने के नाम पर जीशान देश से बाहर जाता था। जांच में यह बात सामने आई थी कि वह और ओसामा पहले फ्लाइट से मस्कट गए और फिर वहां से पानी के जहाज व नाव से पाकिस्तान पहुंचे। वहां उन्हें ग्वादर पोर्ट के पास स्थित फार्म हाउस पर रखा गया। वहीं पर उन्हें विस्फोटक बनाने के साथ ही एके-47 जैसे हथियार चलाने की ट्रेनिंग भी मिली। इसके बाद भारत वापस आकर उन्होंने स्लीपर सेल की तरह काम करना शुरू कर दिया।