जाति संघर्ष में सोमवार को जुगनू पांडे, विश्वास तिवारी और मोनू को हरखापुर में उस समय गोली मारी गई थी जब वह आपस में खड़े होकर बात कर रहे थे। इसमें जुगनू पांडे की गोली से मौत हो गई थी जबकि 2 साथी घायल हो गए थे। पुलिस ने केस दर्ज कर घटना में शामिल दो आरोपियों दो शरणदाता सहित चार लोगों को जेल भेजा था।
गोरखपुर जिले में पिपराइच के हरखापुर में गोली मारकर जुगनू पांडे की हत्या और उसके दो दोस्तों को घायल करने में शामिल बदमाश पुलिस मुठभेड़ में घायल हो गए। शुक्रवार सुबह पुलिस और बदमाशों की जंगल में मुठभेड़ हुई, जिसमें तेजस्वी पटेल और पवन राजभर पुलिस की गोली से घायल हो गए। दोनों को बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।
जानकारी के मुताबिक, जाति संघर्ष में सोमवार को जुगनू पांडे, विश्वास तिवारी और मोनू को हरखापुर में उस समय गोली मारी गई थी जब वह आपस में खड़े होकर बात कर रहे थे। इसमें जुगनू पांडे की गोली से मौत हो गई थी जबकि 2 साथी घायल हो गए थे।
पुलिस ने केस दर्ज कर घटना में शामिल दो आरोपियों दो शरणदाता सहित चार लोगों को जेल भेजा था लेकिन बुधवार को एक बार फिर घटना को लेकर विश्वास तिवारी ने राजभर परिवार को शरण देने के आरोप में दिनेश गुप्ता के घर पर चढ़कर मारपीट की थी।
इधर पुलिस आरोपियों की तलाश में लगी थी शुक्रवार सुबह बाइक सवार बदमाशों के आने की सूचना मिली पुलिस ने घेराबंदी की तो आरोपियों ने फायरिंग की जवाबी कार्रवाई में दो बदमाशों को गोली लगी है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 32 बोर की पिस्टल, कारतूस और घटना में इस्तेमाल एक बाइक बरामद कर ली है।