दिल्ली के विधायकों की सैलरी 66% बढ़ गई है। राष्ट्रपति ने बजट सत्र से पहले विधायकों की सैलरी, पेंशन और भत्तों को बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। उन्हें अब 54 हजार रुपए की जगह हर महीने 90 हजार रुपए सैलरी मिलेगी। भत्तों को शामिल कर दें तो विधायकों को अब हर महीने 1 लाख 70 हजार रुपए मिला करेंगे।
दिल्ली सरकार के कानून, न्याय और विधायी मामलों के विभाग ने नोटिफिकेशन जारी कर इस बारे में जानकारी दी है।
राष्ट्रपति ने 14 फरवरी को दी मंजूरी
सैलरी, पेंशन और भत्तों को बढ़ाने का प्रस्ताव दिल्ली विधानसभा में पिछले साल जुलाई में पास हुआ था। दिल्ली सरकार ने CM, मिनिस्टर, विधायकों, मुख्य सचिव, स्पीकर और विपक्ष के नेता की सैलरी बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा था। राष्ट्रपति ने 14 फरवरी को इस प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। विधायकों को अब 14 फरवरी 2023 से बढ़ी हुई सैलरी मिलेगी।
12 साल बाद बढ़ी दिल्ली विधायकों की सैलरी
दिल्ली में विधायकों की सैलरी 12 साल बाद बढ़ाई गई है। विधायकों की बेसिक सैलरी 20 हजार से बढ़ाकर 30 हजार की गई है। दैनिक भत्ता 1 हजार से बढ़ाकर 1.5 हजार रुपए किया गया है। इससे पहले विधायकों को भत्ते और सैलरी मिलाकर हर महीने 72 हजार रुपए मिला करते थे।
तेलंगाना में विधायकों की सैलरी 20 हजार, लेकिन भत्ता 2.3 लाख रुपए
- तेलंगाना में विधायकों को 20 हजार रुपए सैलरी मिलती है, लेकिन इसके साथ 2.3 लाख रुपए का कॉन्स्टिट्युएंसी अलाउंस मिलता है।
- हिमाचल प्रदेश में विधायकों को 55 हजार सैलरी, 90 हजार रुपए कॉन्स्टिट्युएंसी अलाउंस, 1800 रुपए डेली अलाउंस, 15 हजार रुपए टेलीफोन अलाउंस और 30 हजार रुपए सेक्रेटेरियल अलाउंस मिलता है।
- केरल में विधायकों को मात्र 2 हजार रुपए सैलरी मिलती है और 25 हजार रुपए कॉन्स्टिट्युएंसी अलाउंस मिलता है।
- आंध्रप्रदेश में विधायकों को 12 हजार सैलरी मिलती है और 1.13 लाख रुपए कॉन्स्टिट्युएंसी अलाउंस मिलता है।