गोरखपुर में एक बेटे ने अपने पिता की हत्या कर दी। पहले पिता के सिर पर सिल-बट्टे से हमला कर उन्हें मार डाला। फिर चाकू और आरी से गर्दन काटकर सिर धड़ से अलग कर दिया। इसके बाद शव के टुकड़े सूटकेस में भरकर घर के पीछे फेंक दिया। घटना तिवारीपुर इलाके के सूर्यकुंड में शनिवार देर रात की है।
मर्डर की वजह सिर्फ इतनी है कि आरोपी ने फाइनेंस पर बाइक ली थी। उसकी बाइक बैंककर्मी ने खींच ली थी। अपनी बाइक छुड़ाने के लिए पिता से रुपए मांगे थे। उन्होंने देने से इनकार कर दिया तो उसने पिता को ही मार डाला। हालांकि, पिता का शव ले जाते वक्त आरोपी का छोटा भाई घर पहुंच गया। लेकिन, आरोपी ने उसे घर के अंदर भेजकर बाहर से दरवाजा लॉक कर दिया और पिता के शव को ठिकाने लगा दिया।
छोटे भाई को खून देख हुआ शक
घर पहुंचते ही खून के धब्बे देख छोटा भाई चौंक गया। पिता और दादी के बारे में पूछने पर आरोपी बड़े भाई ने बताया, ‘दादी चाचा के घर गईं हैं। जबकि, पिता का कुछ पता नहीं।’ इस पर छोटे भाई को शक हुआ और उसने इसकी सूचना पुलिस को दी।
पिता ने नहीं दिए थे रुपए
पहले तो आरोपी पुलिस को पूरी रात घुमाता रहा। लेकिन, जब पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ किया तो वह टूट गया। उसने सच कबूल दिया कि उसने ही अपने पिता की हत्या की है। उसकी निशानदेही पर घर के पीछे एक नाले के पास से पुलिस ने शव बरामद कर लिया। साथ ही पुलिस ने आरोपी बेटे को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की पूछताछ में बेटे ने कबूल किया है कि उसने पिता से रुपए मांगे थे। लेकिन, उन्होंने देने से इनकार कर दिया। इसके बाद उसने अपने पिता की हत्या कर दी।
किराने की दुकान चलाते थे बुजुर्ग पिता
तिवारीपुर इलाके के सूर्यकुंड निवासी मधुर मुरली गुप्ता (62) की पत्नी की काफी पहले मौत हो चुकी है। परिवार में उनकी मां हीरामणि देवी और दो बेटे रहते हैं। बड़ा बेटा प्रिंस कुमार गुप्ता उर्फ संतोष (35) है। जबकि, छोटा बेटा प्रशांत गुप्ता है। घर के नीचे ही मधुर मुरली किराने की दुकान चलाते थे। जबकि, दो दुकानें उन्होंने किराए पर दे रखी थी। वहीं, उनका बड़ा बेटा प्रिंस उर्फ संतोष कोई काम नहीं करता। वह घर में रहता था। जबकि, छोटा बेटा प्रशांत भालोटिया मार्केट स्थित एक सर्जिकल शॉप पर प्राइवेट नौकरी करता है।
बैंक ने खींच ली थी बाइक
हत्या के आरोपी के छोटे भाई प्रशांत के मुताबिक, प्रिंस इन दिनों काफी कर्ज में डूबा था। उसने फाइनेंस कराकर एक बाइक खरीदी थी। वह बाइक की EMI भी नहीं जमा कर पा रहा था। जिसकी वजह से कुछ दिनों पहले बैंक वालों ने बाइक वापस ले ली। इसे लेकर वह काफी परेशान चल रहा था। प्रिंस बाइक छुड़ाने के लिए अपने पिता से रुपए मांग रहा था। लेकिन, पिता ने रुपए देने से इनकार कर दिया।
होली के पहले बेटे को लेकर मायके चली गई थी पत्नी
होली से पहले प्रिंस का इसी बात को लेकर उसकी पत्नी से भी विवाद हुआ था। इसके बाद उसकी पत्नी अपने 5 साल के बेटे को लेकर शाहपुर इलाके के रामजानकीनगर स्थित अपने मायके चली गई। शनिवार को छोटा भाई अपने काम पर चला गया। घर में सिर्फ पिता मधुर मुरली गुप्ता, दादी हीरामणि देवी और बड़ा बेटा प्रिंस थे।
बाइक छुड़ाने के लिए पिता से रुपए मांग रहा था प्रिंस
दादी ने बताया, ‘पूरे दिन प्रिंस रुपए को लेकर अपने पिता से विवाद कर रहा था। घर में काफी टेंशन हो गई थी तो उसने शाम को खुद कहा कि दादी आप कुछ देर के लिए चाचा के घर चली जाओ। आपका मन बहल जाएगा। दादी भी उसकी बातों में आ गई। अपने छोटे बेटे के घर चली गईं। इस बीच पिता घर में देर शाम पूजा कर रहे थे। तभी प्रिंस घर में मसाला पीसने वाला सील का बट्टा लेकर आया और पीछे से पिता के सिर पर वार कर दिया।’
चाकू से नहीं कटी गर्दन तो आरी से काटा
पुलिस के अनुसार, सिर पर चोट लगते ही पिता बेहोश हो गए। उनके सिर से खून बहने लगा। इसके बाद प्रिंस घर में रखा सब्जी काटने वाला चाकू लाया और पिता की गर्दन काटने लगा। चाकू तेज नहीं होने की वजह से वह मुड़ गया। इसके बाद प्रिंस घर में रखा आरी ब्लेड लेकर आया और उससे पिता की गर्दन काटकर अलग कर दिया।
सूटकेस में भरकर ले गया पिता का शव
पिता का सिर धड़ से अलग करने के बाद प्रिंस अपने छोटे भाई का सूटकेस लिया। सूटकेस में रखे सभी कपड़े निकालकर फेंक दिए और फिर पिता की लाश सूटकेस में भरने लगा। लेकिन, सूटकेस छोटा होने की वजह से शव उसमें पैक नहीं हो सका। ऐसे में उसने पिता का शव सूटकेस में भरने के बाद उसे चादर में बांध दिया और फिर उसे खींचकर नीचे ले गया। नीचे पहुंचकर अभी वह रिक्शा ढूंढ रहा था, तभी प्रिंस का छोटा भाई प्रशांत भी घर पहुंच गया।
छोटे भाई को हुआ शक तो बुलाई पुलिस
भाई के पूछते ही प्रिंस ने उसे ऊपर जाने को कहा और छोटे भाई के अंदर जाते ही घर का दरवाजा बाहर से लॉक कर पिता का शव लेकर ठिकाने लगाने चल गया। प्रशांत जब घर के अंदर पहुंचा तो पूरे घर में खून के धब्बे देख वह दंग रह गया। वह शोर मचाने लगा। थोड़ी देर बाद पिता का शव ठिकाने लगाकर प्रिंस भी लौट आया। पूछने पर उसने बताया, दादी चाचा के घर गई हैं। लेकिन, पिताजी का पता नहीं। छोटे भाई को कुछ शक हुआ और उसने इसकी सूचना पुलिस को दे दी।
पुलिस के सामने टूट गया प्रिंस
पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल करने लगी। पहले तो काफी देर तक प्रिंस पुलिस को घुमाता रहा। लेकिन, जब पुलिस ने उससे कड़ाई से पूछताछ की तो वह टूट गया और उसने सच कबूल दिया। SP सिटी, कृष्ण कुमार विश्नोई का कहना है कि पुलिस ने आरोपी प्रिंस को गिरफ्तार कर लिया है। उसकी निशानदेही पर पिता का शव भी बरामद कर लिया गया है।