बदायूं के बिल्सी कस्बा में रहने वाले युवक की हत्या कर उसकी लाश कुएं में फेंक दी गई। युवक 15 दिन से लापता था। छोटे भाई के बयान के आधार पर पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुटी है। वहीं परिजनों ने सुपारी देकर बेटे की हत्या की बात कही है। हालांकि सुपारी देने की वजह स्पष्ट नहीं कर पा रहे हैं।
बिल्सी के खैरी बस स्टैंड रोड मोहल्ला संख्या एक निवासी राजेश की ओर से दी गई तहरीर के मुताबिक वह अपनी पत्नी रेखा व दो बेटों हर्ष और देवू के साथ उत्तराखंड के हरिद्वार में रहकर बल्व की फैक्ट्री में काम करता है। जबकि एक बेटा प्रिंस बिल्सी में रहकर इलेक्ट्रॉनिक सामान की दुकान चलाता था। छोटे बेटे हर्ष ने 28 जनवरी को बताया कि उसके दोस्त देवांश मराठा और उदय माहेष्वरी उसे मिलने बिल्सी बुला रहे हैं। यह कहकर वह बिल्सी आ गया और 5 फरवरी को वापस हरिद्वार आ गया।
फिर बंद हुआ बड़े बेटे का फोन
इधर, परिजनों ने जब बड़े बेटे को फोन लगाया तो उसका मोबाइल स्विच ऑफ बताने लगा। इस पर पिता यहां पहुंचे तो घर में ताला लगा था। मुकदमे के मुताबिक जानकारी करने पर पता लगा कि घर की चाबी उदय व देवांश के पास है। आरोपियों ने पिता को बताया कि प्रिंस लखनऊ गया है।
छोटे भाई ने खोला राज
पिता ने पुलिस को बताया कि वह प्रिंस की तलाश समेत छानबीन में जुट गया, तो बेटे हर्ष ने बताया कि जब वह हरिद्वार से बिल्सी आया तो उदय और देवांश ने हर्ष व प्रिंस को रात में शराब पिलाई और प्रिंस की हत्या कर उसे छत से फेंक दिया। जबकि लाश छिपा दी। हर्ष को भी धमकी दी कि अगर इस कांड के बारे में किसी को कुछ बताया तो अमित वार्ष्णेय नाम का शख्स उसके परिवार को मरवा देगा। परिजनों को बिलखता नहीं देख सका तो राज खोल दिया। सीओ बिल्सी ने बताया कि मुकदमा लिखा जा चुका है। जांच की जा रही है। आरोपी हिरासत में हैं। जो भी तथ्य सामने आएंगे उनके आधार पर कार्रवाई होगी।
देर रात तक जुटी रही भीड़
आरोपियों से पुलिस पूछताछ कर रही है। ऐसे में देर रात तक थाने में दोनों पक्ष के लोगों की भीड़ जुटी हुई थी।