ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली के आउट होने को लेकर कंट्रोवर्सी हो गई। कोहली 44 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे। डेब्यू टेस्ट खेल रहे लेफ्ट आर्म स्पिनर मैथ्यू कुहनेमन की बॉल कोहली बैट-पैड पर लगी। अंपायर नितिन मेनन ने कोहली को आउट करार दिया।
भारतीय बल्लेबाज ने रिव्यू लिया, लेकिन री-प्ले से यह साफ नहीं हो रहा था कि गेंद पहले बैट पर लगी या पैड पर। थर्ड अंपायर ने ग्राउंड अंपायर के फैसले को बरकरार रखा और कोहली को पवेलियन लौटना पड़ा। सोशल मीडिया पर कुछ ही देर में यह वाकया ट्रेंड करने लगा।
कोहली अंपायर के निर्णय से नाखुश
विराट कोहली अंपायर के डिसीजन से नाखुश दिखे। रिव्यू लेने के बाद कोहली ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाड़ियों के पास जाकर बात करते भी नजर आए। ड्रेसिंग रूम में री-प्ले देखने के बाद वे नाराज नजर आए।
फैंस में गुस्सा
फैंस और क्रिकेट पंडितों में कोहली के विकेट को लेकर गुस्सा देखने को मिला। कोहली के विकेट के डच देर बार ही विराट कोहली ट्विटर पर ट्रेंड करने लगे। भारतीय फंस ने अंपायर के डिसीजन को गलत बताया। भारत के पूर्व क्रिकेटर वसीम जाफर ने भी अंपायर के फैसले का विरोध किया।
कब फील्ड अंपायर का डिसीजन नहीं बदल सकते थर्ड अंपायर
इस मामले में थर्ड अंपायर ने फील्ड अंपायर के डिसीजन को बरकरार रखा। जब थर्ड अंपायर के पास फील्ड अंपायर के डिसीजन को पलटने के लिए कोई पुख्ता सबूत नहीं होता है तब उसे फील्ड अंपायर के फैसले को कायम रखना पड़ता है और उनके निर्णय के साथ आगे बढ़ना पड़ता है।
फील्ड अंपायर नॉट आउट देते तो बच जाते कोहली
अगर फील्ड अंपायर कोहली को नॉट आउट देते तो वे बच जाते। बॉल पहले कहा लगी यह स्पष्ट नहीं था। साथ ही बॉल स्टंप पर लगती या नहीं इस मामले में DRS अंपायर्स कॉल बता रहा था। इसलिए अगर नितिन मेनन नॉटआउट देते तो कोहली अपनी पारी जारी रख पाते।