करीब तीन साल तक आउट ऑफ फॉर्म रहने के बाद विराट कोहली ने 2022 के आखिरी महीनों में अच्छी वापसी की। टी-20 इंटरनेशनल में उन्होंने करियर का पहला शतक जमाया, तो वनडे क्रिकेट में भी शतकों का सूखा खत्म किया। हालांकि, वे अब भी टेस्ट क्रिकेट में पुराने अंदाज में नहीं दिखे हैं।
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या विराट ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 9 फरवरी से शुरू हो रही चार टेस्ट मैचों की सीरीज में इस इंतजार को खत्म कर पाएंगे। इस सवाल का सटीक जवाब तो सीरीज शुरू होने पर ही मिलेगा। इस स्टोरी में हम देखेंगे कि विराट ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट में अब तक कैसा खेल दिखलाया है। हम यह भी जानेंगे कि कोहली के लिए सबसे ज्यादा मुश्किल कौन सा गेंदबाज पेश कर सकता है।
पहले देखिए 1172 दिन से चला रहा कोहली का स्ट्रगल
विराट ने अपना आखिरी टेस्ट शतक नवंबर 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ जमाया था। 1172 दिन हो चुके हैं रेड बॉल क्रिकेट में उनकी सेंचुरी आए। तब से उन्होंने 20 टेस्ट मैच खेल लिए। इनमें 6 अर्धशतक आए, लेकिन शतक नहीं। इस दौरान विराट का औसत भी 26.20 का ही रहा और वह 917 रन ही बना सके। बांग्लादेश के खिलाफ पिछली टेस्ट सीरीज में भी वह कुछ खास नहीं कर सके। उन्होंने 2 मैचों में 45 रन ही बनाए थे।
ऑस्ट्रेलिया के पिछले भारत दौरे पर फेल रहे थे विराट
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोहली का रिकॉर्ड वैसे तो बहुत शानदार है, लेकिन भारत में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनका बल्ला खामोश रहा। 2017 की सीरीज में तो विराट 3 मैचों में महज 46 रन बना सके थे। इंजरी के चलते उन्होंने एक टेस्ट मैच मिस भी किया था।
उस सीरीज में उनका औसत भी 9.20 का ही रहा। इससे पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम 2013 में भारत दौरे पर आई थी। तब विराट ने 4 मैचों में 1 शतक की मदद से 217 रन बनाए थे। इस तरह भारतीय जमीन पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोहली अब तक 7 टेस्ट में सिर्फ 1 शतक जमा पाए हैं।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ओवरऑल अच्छा रिकॉर्ड
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोहली ने भारत में भले ही बहुत अच्छी बल्लेबाजी न की हो, लेकिन ऑस्ट्रेलिया जाकर उनका बल्ला जमकर बोला है। कंगारुओं के खिलाफ उनके 7 शतकों में से 6 ऑस्ट्रेलिया में ही आए हैं। इस वजह से उनका प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ओवरऑल अच्छा हो जाता है।ऑस्ट्रेलिया के सामने 20 टेस्ट में उन्होंने 48.05 की औसत से कुल 1,682 रन बनाए हैं। इसमें 7 शतक और 5 अर्धशतक शामिल हैं।
नाथन लायन बन सकते हैं सबसे बड़ी चुनौती
इस सीरीज में विराट कोहली के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया के ऑफ स्पिनर नाथन लायन सबसे बड़ी चुनौती बन सकते हैं। टेस्ट क्रिकेट में लायन ने कोहली को 7 बार आउट किया है। दुनिया के किसी भी अन्य गेंदबाज ने इस फॉर्मेट में कोहली को लायन से ज्यादा बार आउट नहीं किया है। इंग्लैंड के जेम्स एंडरसन जरूर लायन की बराबरी पर हैं। लायन स्पिनर्स की मददगार भारतीय पिचों पर कोहली के लिए और भी खतरनाक हो जाते हैं। उन्होंने भारत में विराट को 6 मैचों में 4 बार आउट किया। इनमें 3 बार वो LBW हुए। भारत में लायन के खिलाफ विराट का औसत 40.25 का रहता है, जो कि लायन के खिलाफ उनके ओवरऑल औसत 50.42 से कम है।
कमिंस भी करते हैं परेशान
लायन के अलावा ऑस्ट्रेलियन टीम के कप्तान और तेज गेंदबाज पैट कमिंस भी विराट को खूब परेशान करते हैं। विराट के खिलाफ 6 मैचों में कमिंस ने 5 बार उन्हें आउट किया है। इस दौरान कोहली का औसत भी 27.20 का ही रहा है। हालांकि, कमिंस ने भारत में विराट के सामने एक ही बार गेंदबाजी की है। कमिंस के अलावा जोश हेजलवुड और मिचेल स्टार्क ने कोहली को 11-11 मैचों में 3-3 बार आउट किया है।
व्हाइट बॉल क्रिकेट में जोरदार फॉर्म
जैसा कि आपने खबर की शुरुआत में ही पढ़ा कि कोहली ने व्हाइट बॉल क्रिकेट, यानी वनडे और टी-20 में बेहतरीन फॉर्म हासिल कर ली है। एशिया कप में अफगानिस्तान के खिलाफ करियर का पहला टी-20 इंटरनेशनल शतक जमाने के बाद उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान भी खूब रन बनाए। वे टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन (296) बनाने वाले बैटर बने। टूर्नामेंट के बाद उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ वनडे शतक भी जड़ दिया। इतना ही नहीं साल की शुरुआत में श्रीलंका के खिलाफ 2 शतक लगाकर उन्होंने खुद के बेहतर फॉर्म में होने का सबूत भी दे दिया। फैंस की यही उम्मीद होगी कि उनकी यह शानदार लय टेस्ट क्रिकेट में भी ट्रांसफर होगी।
9 फरवरी से पहला टेस्ट
विराट के सामने एक बार वही कंगारू टीम खड़ी है, जिन पर दबदबा दिखाने से विराट जरा भी नहीं कतराते। ऐसे में देखना अहम होगा कि कोहली 9 फरवरी से नागपुर में शुरू होने वाले पहले टेस्ट में कैसा परफॉर्म करते हैं। 9 के बाद 17 फरवरी से दिल्ली में दूसरा, एक मार्च से धर्मशाला में तीसरा और 8 मार्च से अहमदाबाद में चौथा टेस्ट खेला जाना है। यानी कि विराट के पास अपना टेस्ट फॉर्म वापस पाने का पर्याप्त समय है।
2017 से भारत के पास है BGT
कोहली का टेस्ट रिकॉर्ड पिछले कुछ सालों में खास नहीं रहा है। लेकिन, इसका असर भारत की परफॉर्मेंस पर उतना खास नहीं पड़ा। 2017 के दौरान घर में ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से टेस्ट सीरीज हराने के बाद भारत ने लगातार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) पर कब्जा किया है। 2018-19 और 2020-21 में तो भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उन्हीं के घर में सीरीज हराई थीं।
वहीं, भारत में 1996 के बाद से ऑस्ट्रेलियन टीम एक ही बार टेस्ट सीरीज जीत पाई है। 2004 में टीम ने भारत को 2-1 से हराया था। इसके बाद से भारत में टीम ने 14 टेस्ट खेल लिए, लेकिन उन्हें एक ही मैच में जीत मिली। पिछले 3 बार से BGT पर कब्जे के बाद भारत लगातार चौथी बार भी सीरीज जीतना चाहेगा।
यहां देखें पहले टेस्ट के लिए दोनों टीमों का स्क्वॉड…
भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), केएल राहुल (उप कप्तान), शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव, ईशान किशन (कीपर), केएस भरत (कीपर), रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, उमेश यादव और जयदेव उनाडकट।
ऑस्ट्रेलिया: पैट कमिंस (कप्तान), स्टीव स्मिथ, उस्मान ख्वाजा, ट्रेविस हेड, मार्नस लाबुशेन, डेविड वॉर्नर, मैट रेन्शॉ, एलेक्स केरी (कीपर), पीटर हैंड्सकॉम्ब (कीपर), कैमरून ग्रीन, एश्टन एगर, नाथन लायन, टॉड मर्फी, मिचेल स्वेप्सन, मिचेल स्टार्क, स्कॉट बॉलैंड, जोस हेजलवुड और लांस मॉरिस।
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ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 मैचों की सीरीज रोहित शर्मा के कप्तानी करियर का पहला सबसे बड़ा टेस्ट होगा। 9 फरवरी से नागपुर में पहला टेस्ट खेला जाएगा। फरवरी 2022 में कप्तानी मिलने के बाद रोहित 2 ही टेस्ट में भारत की कप्तानी कर सके। इस बीच इंजरी के कारण वे इंग्लैंड और बांग्लादेश में 3 टेस्ट नहीं खेल सके। पूरी खबर पढ़ने के लिए
टीम इंडिया को भारत में हराना नामुमकिन जैसा
ऑस्ट्रेलिया की टीम चार टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने भारत आ चुकी है। 9 फरवरी से नागपुर में पहला टेस्ट शुरू होगा। ऑस्ट्रेलिया इस समय दुनिया की नंबर-1 टेस्ट टीम है और उम्मीद की जा रही है कि वह भारतीय टीम को कड़ी चुनौती देगी। हालांकि, भारत का अपने घर में पिछले 10 साल का रिकॉर्ड देखें तो कंगारुओं का यहां सीरीज जीत पाना लगभग नामुमकिन लगता है। पूरी खबर पढ़ने के लिए