मुजफ्फरपुर में दोनों किडनी गंवा चुकी सुनीता की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही। गुरुवार को उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। उसके पूरे शरीर में चेचक फैल गया। इंफेक्शन के डर से सुनीता को आइसीयू से निकाल कर अलग वार्ड में शिफ्ट किया गया।
इस वार्ड में सुनीता के अलावा दूसरे मरीज को नहीं रखा गया। सुनीता के शरीर में चेचक होने के बाद डायलिसिस भी नहीं किया गया था। डायलिसिस नहीं होने पर उसका दम फूलने लगा था।
जिसके कारण उसे ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया। अगले दिन उसका डायलिसिस किया गया। बताया जा रहा कि डॉक्टरों की एक टीम सुनीता के इलाज में जुटी है।
सुनीता की तबीयत बिगड़ने पर लौटा पति, बच्चों को ले गया घर
सुनीता की तबीयत बिगड़ने पर उसका पति वापस लौट आया। उसने अपने तीनों बच्चो को भी घर ले गया। फिर, वापस पत्नी के पास आया। पति अकलू राम ने कहा कि वह सुनीता के पास ही है। अपने तीनों बच्चों को घर भेज दिया है।
उसने कहा कि विभाग की ओर से किडनी लगाने के लिए कोई पहल नहीं की जा रही है। अगर डायलिसिस पर ही रखना है, तो वह उसे अपने घर लेकर चले जायेंगे। अपने घर पर ही रख कर उसकी देखरेख करेंगे और डायलिसिस का जब समय होगा, तो उसे एसकेएमसीएच लाकर करायेंगे।
उन्होंने कहा कि वे इलाज करने वाले डॉक्टर व अधीक्षक बाबू साहब झा से भी मिले हैं। उन्हें कहा है कि अगर किडनी का इंतजाम नहीं हो पा रहा है, तो सुनीता को घर जाने की अनुमति दें लेकिन डॉक्टरों की टीम ने उसे घर ले जाने पर सहमति नहीं जताई है।
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मुजफ्फरपुर में महिला की किडनी निकाल ली:पेट दर्द की शिकायत थी, प्राइवेट हॉस्पिटल ने यूट्रस के ऑपरेशन के बहाने निकाली; FIR
मुजफ्फरपुर में शुभ कांत क्लिनिक में डॉक्टर ने महिला की किडनी ही निकाल ली। महिला पेट दर्द की शिकायत लेकर पहुंची थी। डॉक्टर ने कहा, उसका यूट्रस खराब हो गया है। ऑपरेशन करना पड़ेगा। परिवार वालों ने उसे भर्ती करा दिया। ऑपरेशन के बाद महिला की तबीयत बिगड़ गई। परिवार वाले उसे पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (PMCH) लेकर पहुंचे। यहां जांच में पता चला कि उसकी किडनी ही नहीं है। मामला मानव अंग तस्करी से जुड़ा हो सकता है। फिलहाल FIR के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है।
किडनी के बदले किडनी चाहिए:मुजफ्फरपुर में सुनीता बोली-निकालने वाले डॉक्टर या उसकी पत्नी की एक किडनी दी जाए, गांव छोड़कर परिवार भागा
मुजफ्फरपुर जिले के बरियारपुर की रहने वाली सुनीता देवी की दोनों किडनी झोलाछाप डॉक्टरों ने निकाल ली थी। एक आरोपी झोलाछाप डॉक्टर और नर्सिंग संचालक पवन पकड़ में आया है। उसने बताया कि ट्यूमर समझकर डॉक्टर आरके सिंह ने दोनों किडनी निकाल दी, जिसे फेंक दिया गया है। इधर, महिला ने कहा कि पवन या उसकी पत्नी की एक किडनी निकालकर मुझमें लगाई जाए।
वह करीब दो महीने से डायलिसिस पर जीवित है। पहले वह IGIMS में भर्ती थी। अब वह मुजफ्फरपुर के एकेएमसीएच में एडमिट है। इस दौरान उसका एक वीडियो सामने आया है। इसमें वह एक व्यक्ति से बात कर रही है।
किडनी निकालने वाले अस्पताल पर छापा:मुजफ्फरपुर SSP ने की जांच, चौकी पर होता था ऑपरेशन; महिला की हालत गंभीर, ICU में भर्ती
मुजफ्फरपुर में महिला की किडनी निकालने वाले प्राइवेट अस्पताल की जांच करने SSP जयंतकांत पहुंचे। भीतर में नर्सिंग होम जैसी कोई सुविधा नहीं देखकर SSP समेत सभी पुलिसकर्मी चौंक गए। यहां सिर्फ चौकी रखी हुई थी। इसपर ही मरीजों को सुलाकर ऑपेरशन से लेकर इलाज किया जाता था। इधर, सुनीता देवी की हालत गंभीर है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उसे मुजफ्फरपुर SKMCH के ICU में भर्ती कराया हैं। वहां उसका दोबारा टेस्ट किया गया है।