कानपुर हिंसा के बाद संगमनगरी में पुलिस ने 46 ऐसे लोगों को चिह्नित किया है, जिनकी वजह से शहर की शांति में खलल पड़ सकती है। ऐसे तत्वों पर नकेल कसने के लिए पुलिस ने सतर्कता बढ़ दी है। साथ ही भड़काऊ बयान या पोस्ट करने वालों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। उधर, एहतियात के तौर पर डीएम संजय खत्री और एसएसपी अजय कुमार ने संवेदनशील इलाकों में फोर्स के साथ मार्च किया।
डीएम और एसएसपी ने जुमे की नमाज से एक दिन पहले बृहस्पतिवार की शाम शहर के मिश्रित इलाकों में गए और लोगों से मुलाकात की। इस दौरान बड़ी संख्या में फोर्स भी साथ में थी। कोतवाली, शाहगंज, खुल्दाबाद और करेली इलाकों में अधिकारियों ने फोर्स के साथ मार्च किया और समाज के अलग अलग वर्गों के लोगों से मुलाकात की। इसमें व्यापारी नेता, धर्मगुरु, पार्षद तथा अन्य गढ़मान्य लोग शामिल थे। अधिकारियों ने लोगों से शांति और सद्भाव की अपील की है। कानपुर हिंसा के बाद यहां मिले इनपुट के आधार पर पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है।
एसएसपी के मुताबिक जिले में साजिश रचने वाले शरारती तत्वों और अराजकता फैलाने की कोशिस कर सकने वाले 46 लोगों की सूची बनाई गई है। चिह्नित किए गए ऐसे लोगों की निगरानी के लिए 161 लोगों को मुस्तैद किया गया है, ताकि किसी भी गड़बड़ी की सूचना मिलने पर उन्हें सलाखों के पीछे भेजा जा सके। एसएसपी ने अपील की है सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट, वीडियो या बयान जारी कर माहौल खराब न किया जाए। ऐसा करने की कोशिश करने वालों को किसी भी दशा में बख्शा नहीं जाएगा।