जापान टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुवार (19 जनवरी) को वहां 96 हजार 392 मामले दर्ज किए गए। राजधानी टोक्यो में कोरोना के मामलों की संख्या 7,719 रही। मौत का आंकड़ा 451 रहा। 681 लोग अस्पताल में भर्ती हुए। जापान और साउथ कोरिया के नागरिकों पर बैन के बाद अब चीन के कुछ लोगों को देश में आने की छूट दी लिए। उनके लिए वीजा के नियमों में ढील की है।
इधर, भारत में गुरुवार (19 जनवरी) को 134 नए मामले सामने आए। हेल्थ मिनिस्ट्री के आंकड़ों के मुताबिक, देश में अभी 989 एक्टिव केस हैं। कोरोना के शुरुआती दौर से अब तक देश में 5 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
पहले जानिए भारत में क्या है कोरोना की स्थिति…
चीन में ट्रैवल चरम पर पहुंचा, ग्वांगझो से अतिरिक्त 151 हाईस्पीड ट्रेनें चलाईं
चीन में नए साल का जश्न 21 जनवरी से शुरू हो रहा है। ये वहां का दिवाली जैसा उत्सव है। इससे पहले ही ट्रैवल चरम पर पहुंच गया है। आंगदोंग प्रांत के ग्वांगझो शहर में 7 जनवरी से आवाजाही बढ़ने लगी है। यहां रेल के जरिये आने-जाने वालों की संख्या रोजाना 16.4 लाख से ऊपर निकल गई है। ग्वांगझो साउथ रेलवे स्टेशन दक्षिणी चीन के सबसे बड़े ट्रांसपोर्ट सेंटर्स में शुमार है। यात्रियों की सुविधा के लिए रेल प्रशासन ने नाइट शिफ्ट वाली अतिरिक्त 151 हाई-स्पीड ट्रेनें चलाई हैं।
चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग को सता रही गांवों में संक्रमण फैलने की चिंता, बोले- इसे रोकना कठिन चुनौती
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने देश के नाम लूनर न्यू ईयर का मैसेज दिया। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों, हेल्थ केयर वर्कर और कोविड पेशेंट्स से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बातचीत की। उन्होंने बताया कि वो गांवों में संक्रमण फैलने से चिंतित हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि गांवों में स्वास्थ्य से जुड़ी ज्यादा सुविधाएं नहीं हैं।
उन्होंने कहा- मुझे सबसे ज्यादा चिंता ग्रामीण इलाकों और किसानों की है। ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा चिकित्सा सुविधाएं नहीं हैं। इसका मतलब ये है कि यहां संक्रमण को रोकना कठिन चुनौती है।
दुनिया में 67 करोड़ से ज्यादा मामले
कोरोना worldometer के मुताबिक, दुनिया में अब तक 67 करोड़ 23 लाख 51 हजार 954 मामले सामने आ चुके हैं। 11 जनवरी 2020 को चीन के वुहान में 61 साल के बुजुर्ग की मौत हुई थी। ये दुनिया में कोरोना से होने वाली पहली मौत थी। इसके बाद मौत का सिलसिला बढ़ने लगा। अब तक 67 लाख 37 हजार 318 मौतें हो चुकी हैं।
इन देशों ने चीन के यात्रियों पर लगाया प्रतिबंध
चीन से आने वाले यात्रियों पर स्वीडन, जर्मनी, मलेशिया, कतर, बेल्जियम, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, मोरक्को, फ्रांस, ब्रिटेन, स्पेन, अमेरिका, जापान, इजराइल, भारत, इटली और साउथ कोरिया ने प्रतिबंध लगाए हैं। यहां चीन से आने वाले यात्रियों को नेगेटिव कोरोना रिपोर्ट दिखानी होगी। मोरक्को ने तो चीन के यात्रियों को बैन ही कर दिया है। ताइवान ने भी चीन से आने वालों के लिए कोविड टेस्टिंग कंपलसरी की है। पाकिस्तान और फिलीपींस भी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। थाईलैंड और न्यूजीलैंड ने कोई भी प्रतिबंध लगाने से मना कर दिया है।
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क्या कोरोना में चीन की सख्ती सिर्फ दिखावा थी; 5 दावों की पड़ताल ताकि आज उसकी बदहाली की वजह मिले
चीन में संक्रमण के हालात 2020 की याद दिला रहे हैं। तब से अब तक शी जिनपिंग सरकार ने इससे निपटने के लिए सख्त नियम लागू किए। जीरो कोविड पॉलिसी लाई गई। बेहद सख्त लॉकडाउन लगते रहे। तमाम दावों और वादों के बावजूद कोरोना कंट्रोल नहीं किया जा सका।