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छोटा थाना के नाम से चलाते थे गैंग, पकड़े गए 2 आरोपियों ने दी अहम जानकारी

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प्रयागराज में यमुनानगर के नैनी कोतवाली अंतर्गत एडीए कॉलोनी वाटर पार्क मैदान में 8 जनवरी की शाम को बैडमिंटन खेलने को लेकर हुए विवाद में 2 लड़कों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की जांच में बमबाजी और फायरिंग में कुल 11 लड़कों का नाम सामने आया है। इसमें एक पुलिस दीवान का बेटा भी शामिल है, जबकि 8 से 10 लड़के अज्ञात बताए जा रहे हैं।

जिन 11 लड़कों का नाम सामने आया, उन्हीं में से दो की गिरफ्तारी हुई है। बाकी की तलाश किए जाने का दावा किया जा रहा है।

फरार आरोपियों की तलाश

गिरफ्तार दोनों लड़के पढ़ने वाले छात्र हैं। सिपाही पुत्र सुधांशु शुक्ला उर्फ शिवांश अपने को छोटा थाना बताता है, फिलहाल वह फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है। सूत्रों की माने तो वह क्षेत्र के कई इंग्लिश मीडियम स्कूल के हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट के छात्रों को प्रोटेक्शन देने का वायदा करके उनसे 1000 से लेकर 2000 रुपए तक मासिक फीस लेता है। पुलिसवाला का बेटा होने की वजह से छोटे-मोटे विवाद वह अपने स्तर से निपटा देता था। पुलिस भी उसमें हस्तक्षेप नहीं करती थी। पहली बार वह नामजद आरोपी बनाया गया है। गिरफ्तार लड़कों ने सिपाही पुत्र के बारे में कई सनसनीखेज बातें पुलिस को बताई है। जिससे पुलिस वालों के भी कान खड़े हो गए हैं।

8 जनवरी को हुआ था झगड़ा

यमुनानगर के नैनी कोतवाली अंतर्गत एडीए कॉलोनी में 8 जनवरी की शाम को वाटर पार्क में बैडमिंटन खेलने के दौरान सौरभ द्विवेदी और अमन खान के बीच विवाद हो गया था। जिसमें मारपीट हो गई थी। सौरव और अमन जख्मी हो गए थे। उसी के बाद सौरभ द्विवेदी के घर की गली चकबबुरा, अलीमाबाद, सरस्वती कॉलोनी की गली में 10-11 बाइक से 20 – 22 लड़कों ने जाकर बमबाजी एवं फायरिंग की थी जिसमें पूरे मोहल्ले में दहशत फैल गई थी। इस प्रकरण में विनय कुमार मिश्रा निवासी चक बबुरा, अलीमाबाद ने नैनी कोतवाली में अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी।

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