देश के अलग-अलग शहरों में स्टूडियोज के साथ-साथ हैल्थ, वेलनेस, फिटनेस व योगा के वेंचर्स के बाद अब मेरा अगला वेंचर ‘डेजर्ट्स’ का होगा। इसके लिए टाईअप हो चुका है। यह कहना था बॉलीवुड एक्ट्रेस मलाइका अरोड़ा का। वे रविवार को जयपुर में आयोजित यंग इंडियंस की सातवीं नेशनल समिट ‘टेक प्राइड 2023′ को संबोधित कर रही थीं। होटल फेयरमोंट में आयोजित इस समिट में देश के 58 शहरों से वाईआई के 700 से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए।
इस दौरान मलाइका ने कहा- मैं अपने जीवन में सही आदमी को काफी इम्पोर्टेंस देती हूं। मैं भी अच्छी महिला हूं, और मुझे सही व्यक्ति मिला है। यहां मौजूद सभी पुरुषों से मेरा कहना है कि आपकी पत्नी यदि यहां हो या फिर घर में आपका इंतजार कर रही हो तो आप उसके पास जाइए। उसे पूरा सम्मान दीजिए। क्योंकि उसकी आपके जीवन में काफी अहमियत है। एक खुश महिला व खुश पत्नी का आपके आसपास की स्थिति को बेहतर बनाने में काफी महत्वपूर्ण रोल होता है। इसके साथ मलाइका ने समिट में उपस्थित एंटरप्रेन्योर्स को सफलता के नई ऊंचाइयां छूने के लिए शुभकामनाएं दीं।
गैरी कर्स्टन ने शेयर कियए 2007 वर्ल्ड कप के किस्से
इंटरनेशनल क्रिकेटर गैरी कर्स्टन ने ‘हाई परफॉर्मेंस लीडरशिप’ विषय पर वर्ष 2008 में भारतीय क्रिकेट टीम के कोच बनने के बारे में बताया। गैरी कर्स्टन ने बताया- 2004 में मैंने साउथ अफ्रीका क्रिकेट टीम से सन्यास लेने के बाद देश के यंग क्रिकेटर्स के लिए एकेडमी की शुरुआत की। कुछ साल बाद 2007 में सुनील गावस्कर का मेल आया, जिसमें उन्होंने मुझे इंडियन टीम का कोच बनने का प्रस्ताव दिया। हालांकि मैने इसका तुरंत रिप्लाई नहीं किया, लेकिन कुछ दिन बाद इस पर प्रतिक्रिया दी और फिर 2008 में टीम इंडिया को कोच के रूप में जॉइन किया।
गैरी कर्स्टन ने बताया कि 2007 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की असफलता के बाद मेरा कोच बनना मेरे लिए बड़ा अवसर था। टीम अपनी परफॉर्मेंस को लेकर काफी प्रेशर में थी। हालांकि टीम के प्लेयर्स में कही कमी नहीं थी, जरूरत थी तो उन्हें बूस्ट अप करने की। मैनें सभी से बात कर उनका हौसला बढ़ाया।
स्पिरिचुअल स्पीकर ने बताया हैप्पीनेस का फॉर्मुला
स्पिरिचुअल स्पीकर गौरंगा दास ने उम्मीद व वास्तविकता के गैप को स्ट्रेस का मुख्य कारण बताया। उन्होंने हैप्पीनेस के फॉर्मूला के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि स्कूल्स स्टूडेंट्स को सफल बिजनेसमैन बनना तो सिखा रहे हैं, लेकिन खुश होना नहीं सिखा रहे। गौरंगा दास ने हर स्थिति में भी उम्मीद को जिंदा रखने को सही मायने में सफलता बताया।
आदित्य बिड़ला ग्रुप के ग्रुप एग्जीक्यूटिव प्रेसीडेंट (कॉर्पोरेट स्ट्रेटेजी एंड बिजनेस डेवलपमेंट) शिव शिवपुरी ने टाइम मैनेजमेंट को जीवन के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि आप स्वयं पर विश्वास करें और सोसायटी को समय दें। कोविड के बाद बिजनेस वर्ल्ड में आए बदलाव के बारे में उन्होंने बताया कि अब काफी कुछ डिजीटल हो गया है और डिजीटल ही फ्यूचर है। लेकिन इस दौर में भी पर्सन टू पर्सन कॉन्टेक्ट की अपनी महत्ता है।