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MP के अस्पतालों में मॉकड्रिल, परखी जा रहीं हेल्थ फेसिलिटीज

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चीन में कोरोना के बिगड़ते हालातों को देखते हुए मध्यप्रदेश सरकार भी सतर्क हो गई है। आज प्रदेश भर के अस्पतालों में कोरोना को लेकर तैयारियों का रियलिटी चेक किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा, आयुष, गैस राहत और केंद्र सरकार के चिकित्सा संस्थानों में मॉकड्रिल की जा रही है।

स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता, आइसोलेशन बेड कैपेसिटी, ऑक्सीजन फेसिलिटी वाले बेड, आईसीयू बेड और वेंटिलेटर बेड की उपलब्धता परखी जा रही है।

MP में ऐसी है कोरोना से निपटने की तैयारी
स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में वर्तमान में 1685 ICU बेड्स तैयार हैं। इसके अलावा प्रदेश की सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं में 15490 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड्स हैं।

  • प्रदेश में कोरोना मरीजों के लिए चिह्नित सरकारी अस्पतालों में 736 वेंटिलेटर, 824 BIPAP मशीन, 153 हाईफ्लो नेजल केनुला (HFNC) उपलब्ध हैं।
  • बच्चों के लिए 1105 अतिरिक्त ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड्स, 626 पीडियाट्रिक ICU बेड्स तैयार किए गए हैं।
  • वर्तमान में एक्टिव PICU में 140 पीडियाट्रिक वेंटिलेटर, 65 एडवांस आईसीयू वेंटिलेटर, 54 BIPAP, 99 HFNC उपलब्ध हैं।
  • जरूरत के लिए 13036 रेमडेसिविर इंजेक्शन सेंट्रल वेयर हाउस स्टोर किए गए हैं।

होम आइसोलेटेड मरीजों के लिए इन दवाओं का स्टोरेज

एजिथ्रोमाइसिन 14566182
सिट्राजिन 26482768
पेरासिटामोल 35746520
मल्टीविटामिन 36379218
जिंक 25671305

इनका भी इंतजाम

PPE किट 83575
मास्क एन-95 497315
ट्रिपल लेयर मास्क 1084172
फेस शील्ड 10380
ग्लव्ज 987600

ऑक्सीजन का इंतजाम करने के लिए ऐसी है तैयारी
ऑक्सीजन सप्लाई के लिए सरकारी अस्पतालों में केंद्र सरकार और अन्य सोर्स से मिले 98 ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट चालू हालत में हैं। इनसे 183 मीट्रिक टन डेली ऑक्सीजन तैयार हो सकती है।

  • प्रदेश भर में 47 एलएमओ (लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन) टैंक एक्टिव हैं, जिनकी कुल ऑक्सीजन स्टोरेज कैपेसिटी 337 मीट्रिक टन है।
  • प्रदेश के चिह्नित सरकारी अस्पतालों में 17,361 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराए गए हैं, जिनकी प्रोडक्शन कैपेबिलिटी 219 मीट्रिक टन है।
  • चिह्नित सरकारी अस्पतालों में 35,190 ऑक्सीजन सिलेंडर हैं। इनकी स्टोरेज कैपेसिटी 196.8 मीट्रिक टन है।

(इन सभी को मिलाकर प्रदेश की कुल ऑक्सीजन कैपेसिटी 935.8 मीट्रिक टन है।)

  • प्रदेश के 49 जिला अस्पतालों, 4 सिविल अस्पतालों में सीटी स्कैन मशीन्स भी संचालित हैं।
  • प्रदेश की कुल कोविड टेस्टिंग क्षमता 124320 प्रतिदिन है।
  • कोविड टेस्ट के लिए 13 मेडिकल कॉलेज, 5 प्राइवेट मेडिकल कॉलेज और 6 राष्ट्रीय संस्थानों समेत कुल 33 लैब एक्टिव हैं।
  • कोविड पॉजिटिव सैंपल्स की होल जीनोम सीक्वेंसिंग (WGS) के लिए इन्साकोग (INSACOG) के अंतर्गत 2 लैब- एम्स भोपाल और डीआरडीई ग्वालियर हैं।
  • इन लैब में हर महीने 1200 सैंपल्स की जीनोम सीक्वेंसिंग की जा सकती है।

गुना जिला अस्पताल में तीनों ऑक्सीजन प्लांट चालू

गुना जिला अस्पताल में कोविड पेशेंट के लिए एक ICU भी रिजर्व किया गया है। एक वार्ड को भी इलाज के लिए तैयार किया गया है। इसमें ऑक्सीजन युक्त 60 बेड हैं। 8 वेंटिलेटर भी चालू हालात में हैं।

गुना जिला अस्पताल में सुबह 10 बजे से मॉकड्रिल शुरू हुई। ऑक्सीजन प्लांट, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर सिलेंडर, ऑक्सीजन लाइन को चला कर देखा गया। जिला अस्पताल में तीन ऑक्सीजन प्लांट हैं। दो हवा से ऑक्सीजन बनाने वाले और एक लिक्विड ऑक्सीजन का प्लांट है। तीन और ऑक्सीजन प्लांट जिले के आरोन, चांचौड़ा और बमोरी में हैं। इसके अलावा 350 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी जिला अस्पताल में हैं। एक ICU भी रिजर्व किया गया है। अभी एक वार्ड को भी इलाज के लिए तैयार किया गया है। इसमें ऑक्सीजन युक्त 60 बेड हैं। जिला अस्पताल में 8 वेंटिलेटर भी चालू हालात में हैं।

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