हरियाणा में विद्यार्थियों को अल सुबह पढ़ाई कराने के लिए शिक्षा विभाग ने नया तरीका खोजा है। रोज सुबह धार्मिक स्थलों से अनाउसमेंट की जाएगी कि विद्यार्थी उठ जाएं और पढ़ाई में लग जाएं। इसके तहत सभी अभिभावक बच्चों को सुबह 4:30 बजे जगाएंगे। 5:15 बजे तक बच्चे पढ़ने लगेंगे।
बच्चे समय पर उठें और पढ़ें, यह चेक करने की ड्यूटी टीचर्स को सौंपी जाएगी। वाॅट्सएप ग्रुप में वे चेक कर सकेंगे कि कितने बच्चे पढ़ रहे हैं। विभाग का तर्क है कि पढ़ाई के लिए सुबह का समय सबसे उपयुक्त है। उस समय मस्तिष्क तरो ताजा होता है।
सुबह ढाई से तीन घंटे पढ़ाई की योजना तैयार की है। इस बारे में पत्र जारी किया जाएगा। शुरुआत में यह योजना बोर्ड कक्षाओं 10वीं व 12वीं के लिए बनाई है। खास बात ये है कि इस बार 10वीं और 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को शीतकालीन अवकाश नहीं मिलेंगे।
उनकी सुबह 10 से दोपहर दो बजे तक कक्षाएं लगेंगी। 10वीं में करीब 1.95 लाख और 12वीं में 1.75 लाख विद्यार्थी पढ़ते हैं। शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने कहा कि परीक्षा के दिनों में बच्चों के लिए पढ़ाई का वातावरण बनाना सबकी साझी जिम्मेदारी है।
पढ़ाई का वातावरण बनाने के लिए अनाउंसमेंट होते ही बच्चों को जगाएंगे माता-पिता
नव चयनित पंचायत सदस्यों से शिक्षा विभाग आह्वान करेगा कि पूरे गांव में सुबह-सुबह पढ़ाई का वातावरण बनाएं। इसके तहत सुबह धार्मिक स्थलों से अनाउसमेंट की जाएगी कि विद्यार्थी उठ जाएं और पढ़ाई में लग जाएं। इससे विद्यार्थियों को पढ़ाई के रोज 2-3 घंटे अतिरिक्त मिलेंगे।
स्कूलों में हाजिरी बढ़ाने के लिए अब टीचरों को अभिभावकों से मिलना होगा। स्कूल मुखिया, कक्षा प्रभारी अध्यापक तुरंत माता-पिता से बात करेंगे। एसएमसी की बैठक कर अभिभावकों तक पहुंचेंगे या संदेश भेजेंगे। अंग्रेजी, गणित व विज्ञान विषय पर ज्यादा फोकस किया जाएगा।
बच्चों को समूहों में बांटकर करवाई जाएगी तैयारी
हर विषय के अध्यापक अपनी कक्षा के विद्यार्थियों को तीन समूहों में बांटकर तैयारी कराएंगे। पहले में मेरिट लेने में सक्षम विद्यार्थी। दूसरे में 50% से अधिक अंक लेने वाले व तीसरे समूह में 33% अंक लेकर पास होने वाले विद्यार्थी रखे जाएंगे।