आम आदमी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद को पानीपत कोर्ट ने गुरुवार को जमानत दे दी। लेकिन जमानत के बाद जयहिंद ने बेरोजगारों के समर्थन में एक दिन ओर जेल में रहने के इच्छा जताई। इस कारण उन्होंने बेल बॉन्ड नही भरा।जिन मुद्दों को लेकर जयहिंद जेल गए थे, उन मुद्दों के हित में जयहिंद एक रात और जेल में रुकने की बात कही। उनकी रात उनकी सुनारिया जेल में कटी। शुक्रवार को वे जेल से रिहा हो जाएंगे।
नवीन की ये हैं मांग
नवीन जयहिंद की मांग है की सरकार सालाना भर्ती कैलेन्डर इसी वर्ष से जारी करें। CET को क्वालीफाई करें। HTET को आजीवन काल के लिए लागू करे। बुजुर्गो, विधवाओं व विकलांगों की पेंशन को जारी करने के साथ ही कर्मचारियों की पुरानी पेंशन को भी जल्द-से-जल्द लागू करें।
पानीपत का यह है मामला
PGI रोहतक में थप्पड़ कांड के बाद नवीन जयहिंद पर केस दर्ज कर जेल भेज दिया गया। इसके बाद हरियाणा पुलिस ने नवीन जयहिंद के पुराने मुकदमे को भी खोल दिया। पानीपत में 2018 की भाईचारा कांवड़ यात्रा के पन्ने भी खोले गए। जिसमें नवीन जयहिंद को सुनारिया जेल से लाकर पानीपत कोर्ट में पेश किया गया था। जिसके बाद पानीपत कोर्ट में जयहिंद की जमानत याचिका लगाई गई थी। इस मामले में सुनवाई करते हुए पानीपत कोर्ट ने गुरुवार को जयहिंद को जमानत दे दी।
तीनों मामलों में जमानत
नवीन जयहिंद को बीते तीन दिनों में रोहतक PGI थप्पड़ कांड, सिंचाई विभाग में हुए हंगामे के मामले और पानीपत में 2018 की भाईचारा कांवड़ यात्रा के दौरान हुए मुकदमे के मामले में जमानत मिल चुकी है। पानीपत पुलिस ने पिछले साल भी कावड़ यात्रा मामले में नवीन जयहिंद को पानीपत पुलिस ने पेश होने का नोटिस दिया था। जिसके बाद जयहिंद पुलिस के समक्ष पेश हुए थे। मामले से जुड़े सभी साक्ष्य पुलिस के सामने पेश किए थे। पुलिस ने मामले की पड़ताल कर नवीन जयहिंद को वापस भेज दिया था