मथुरा में नाबालिग के साथ रेप के बाद हत्या करने के आरोपी को 26 दिन में फांसी की सजा दिलवाने के मामले में स्पेशल DGC को डीएम,एसएसपी ने सम्मानित किया। स्पेशल DGC अलका उपमन्यु ने मामले में सरकार की तरफ से पैरवी की जिसका नतीजा यह रहा कि न्यायालय ने आरोपी को फांसी की सजा सुनाई। डीएम,एसएसपी ने अलका उपमन्यु को प्रशस्ति पत्र दे कर सम्मानित किया।
10 साल की नाबालिग से हुई थी रेप के बाद हत्या
13 अक्टूबर को थाना जैंत क्षेत्र में नाबालिग लड़की की रेप के बाद हत्या का मामला सामने आया था। पुलिस ने इस मामले में बालिका के पड़ोसी सतीश को आरोपी बताते हुए गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस का दावा था कि सतीश भंडारा खिलाने के बहाने बालिका को घर से ले गया और फिर जंगल में ले जा कर पहले उसके साथ दुराचार किया और फिर हत्या कर दी। आरोपी ने नाबालिग की हत्या गर्दन पर पैर रखकर की।
आरोपी को न्यायालय ने 26 दिन में सुनाई थी सजा
मामले में पुलिस के चार्जशीट दाखिल करने के 26 दिन बाद न्यायालय ने सुनवाई पूरी करते हुए सतीश को सजा सुनाई। स्पेशल कोर्ट पोस्को एक्ट ने आरोपी सतीश को फांसी की सजा सुनाई। अदालत ने आदेश में लिखा कि आरोपी को तब तक फांसी के फंदे पर लटकाए रखा जाए। जब तक कि उसके प्राण न निकल जाए।
स्पेशल DCG को मिला सम्मान
मामले में सरकार की तरफ से पैरवी करने वाली स्पेशल DGC अलका उपमन्यु को DM-SSP ने सम्मानित किया। जिला अधिकारी पुलकित नागर और SSP शैलेश पांडे ने अलका उपमन्यु को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करते हुए कहा कि इसी तरह के जो भी अच्छे कार्य करेंगे। उन्हें भी सम्मानित किया जाएगा। डीएम,एसएसपी ने अलका उपमन्यु के साथ साथ ज्येष्ठ अभियोजन अधिकारी सहसेंदु और पूरी टीम को भी सम्मानित किया।
अभियोजन कार्य से जुड़ी बैठक में की समीक्षा
कलेक्ट्रेट सभागार में अभियोजन कार्य से जुड़े मामलों की जिलाधिकारी पुलकित खरे व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय ने समीक्षा बैठक की। बैठक में अधिकारियों ने जिला अभियोजन पदाधिकारी, सहायक अभियोजन पदाधिकारी लोक अभियोजक को जल्द से जल्द संबंधित मामलों में प्रगति लाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर जिलाधिकारी पुलकित खरे एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय ने पोक्सो कोर्ट न्यायालय की विशेष लोक अभियोजक (स्पेशल डीजीसी) अलका उपमन्यु एडवोकेट, ज्येष्ठ अभियोजन अधिकारी सहसेन्दु, थाना जैंत प्रभारी अरुण पवार, पैरोकार अक्षय प्रताप सिंह, कोर्ट मोहर्रिर सुनील कुमार पाठक को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
यह रहे मौजूद
इस अवसर पर अभियोजन के संयुक्त निदेशक भूपेन्द्र प्रताप सिंह, डीजीसी शिवराम तरकर, एडीजीसी भीष्म दत्त तौमर, महेश गौतम, ठा. भगत सिंह आर्य, अवनीश उपाध्याय, रामवीर यादव, रामपाल सिंह, नरेन्द्र शर्मा, रिंकू गौतम, हरेन्द्र शर्मा, विजेन्द्र वैदिक, खड़क सिंह छौंकर, सुरेश शर्मा, राजू सिंह, चन्द्रभान सिंह, रनवीर सिंह, मुकेश गोस्वामी, सुभाष चतुर्वेदी आदि सभी न्यायालयों के शासकीय अधिवक्ता एवं अभियोजन के सभी एपीओ उपस्थित थे।