इस समय देश की अर्थव्यवस्था का एक हिस्सा डिजिटल मार्केटिंग के जरिए भी आ रहा है। जबकि आज से 15 साल पहले इस सेक्टर का कोई नामोनिशान नहीं था। देश में 1986 में शुरू हुआ इंटरनेट केवल शैक्षणिक संस्थानों और अनुसंधान विभागों के उपयोग में रहा। 15 अगस्त 1995 को आमजन को इसका एक्सेस मिला। 2020 आते आते 71 करोड़ युवा इंटरनेट का इस्तेमाल करने लगे। आज ये संख्या 83 करोड़ के आस-पास है। लेकिन देश में 2008 जब सर्च इंजन गूगल का लोगों ने इस्तेमाल करना शुरू किया तो ये तमाम कंपनियों के लिए एक जादू की छड़ी साबित हुआ। कंपनियों ने इंटरनेट के जरिए लोगों को अपनी सेवाएं देनी शुरू कर दीं। ये डिजिटल मार्केटिंग की भारत में शुरूआत थी। 2023 में भारत कंपनियों द्वारा डिजिटल मार्केट सेक्टर में सीएजीआर की रिपोर्ट के मुताबिक 35809 करोड़ रुपए खर्च करने का लक्ष्य लिया गया है। दरअसल देश में डिजिटल मार्केटिंग कैप मौजूदा समय में 200 बिलियन डॉलर के करीब हो गया है। मैंकिंसे ग्लोबल इंस्टीट्यूट (एमजीआई) की रिपोर्ट के मुताबिक डिजिटल मार्केटिंग सेक्टर में साल 2025 तक 60-65 लाख नौकरियां निकलने की संभावना है। इसलिए इस इंडस्ट्री को स्किल्ड लोगों की भारी जरूरत है। अगर आप भी 12वीं, ग्रेजुएशन करने के बाद बेरोजगार हैं और नौकरियों की तलाश कर रहे हैं तो डिजिटल मार्केटिंग क्षेत्र आपके लिए बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। डिजिटल मार्केटिंग स्किल हासिल करने के लिए आप सफलता द्वारा शुरू किए गए Digital Marketing Course : Join Now की मदद ले सकते हैं। सफलता के इस कोर्स के जरिए अब तक देश के कई हजार युवाओं ने अपना करियर डिजिटल मार्केटिंग फील्ड में शुरू किया है।