हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव की मतगणना के बाद की स्थिति को संभालने के लिए कांग्रेस ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को ऑब्जर्वर नियुक्त कर दिया है। हुड्डा गुरुवार दोपहर तक प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला के साथ शिमला पहुंचेंगे। उधर, चारों संसदीय क्षेत्रों में पार्टी के सह प्रभारियों ने बुधवार को प्रत्याशियों और बूथ एजेंटों के साथ बैठक कर मतगणना को लेकर रणनीति बनाई। कांग्रेस हाईकमान ने प्रदेश में कांटे की टक्कर की संभावना को देखते हुए मजबूत घेराबंदी कर दी है। सभी विधानसभा क्षेत्रों में माइक्रो ऑब्जर्वर नियुक्त करने के बाद संसदीय क्षेत्रवार सह प्रभारियों को भी नियुक्त कर दिया है।
संजय दत्त को कांगड़ा, गुरकीरत सिंह कोटली को हमीरपुर, तेजेंद्र पाल सिंह बिट्टू को शिमला और ताकिब आलम व दीपक बज्ज को मंडी संसदीय सीट का जिम्मा सौंपा गया है। बुधवार को इन सभी नेताओं ने मतगणना के बाद की स्थिति को लेकर आगामी रणनीति बनाई। उधर, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री व हिमाचल चुनाव के पर्यवेक्षक भूपेश बघेल के भी वीरवार को हिमाचल पहुंचने के आसार हैं। हालांकि इनका दौरा चुनाव नतीजों पर निर्भर करेगा। सह पर्यवेक्षक सचिन पायलट के भी हिमाचल आने की संभावना है।
नहीं होने देंगे कोई खरीद फरोख्त : हुड्डा
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस का ऑब्जर्वर बनने के बाद नई दिल्ली में भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कांग्रेस विधायकों की खरीद फरोख्त नहीं होने देंगे। प्रदेश में कांग्रेस पार्टी पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी।
सभी विधानसभा क्षेत्रों में लीगल ऑब्जर्वर किए नियुक्त
मतगणना के दिन के लिए कांग्रेस ने प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में चार से पांच लीगल ऑब्जर्वर नियुक्त कर दिए हैं। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला की मंजूरी के बाद लीगल सेल के अध्यक्ष आईएन मेहता ने बताया कि मतगणना के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर लीगल ऑब्जर्वर आगामी कार्रवाई करेंगे। चुनाव रिटर्निंग अधिकारियों के संपर्क में भी इन्हें बने रहने को कहा गया है।
वीरभद्र सिंह के चेहरे पर जनता ने कांग्रेस को दिया वोट : प्रतिभा
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि प्रदेश की जनता ने पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह के चेहरे पर कांग्रेस को वोट दिया है। वीरभद्र सिंह ने जो कार्य किए हैं, वे जनता के सामने हैं। लोगों ने उन कार्यों को देखते हुए मतदान किया है। लोग कहीं ना कहीं चाहते हैं कि इन विकास कार्यों का कांग्रेस को वोट देकर एहसान चुकाया जाए। बुधवार को हॉलीलॉज शिमला में प्रेस को संबोधित करते हुए प्रतिभा सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री पद को लेकर पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं है। पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलने पर हम सभी बैठेंगे और आगामी रणनीति बनाएंगे। मुख्यमंत्री पद को लेकर विधायकों की सहमति पर पार्टी हाईकमान आगामी फैसला लेगा। अब ये चुने हुए विधायकों ने तय करना है कि किस नेता को आगे लेकर जाना है। हिमाचल की राजनीति में वीरभद्र सिंह के परिवार को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। पार्टी हाईकमान अगर इस परिवार को कोई जिम्मेवारी देगा तो उसे लेने से पीछे नहीं हटेंगे। वीरभद्र सिंह के योगदान को देखते हुए ही पार्टी की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उन्हें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त किया। उन्होंने भी सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों में जाकर पार्टी प्रत्याशियों की मजबूती के लिए काम किया। पार्टी ने अपने घोषणापत्र में लोगों की लंबित मांगों को प्राथमिकता से शामिल किया है। कांग्रेस पार्टी जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त है। पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई जाएगी।