चारधाम यात्रा में हेली सेवाओं के टिकटों की कालाबाजारी रोकने को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को कहा है कि हेली सेवाओं के टिकटों की बुकिंग की व्यवस्था इंडियन रेलवे केटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (आईआरसीटीसी) के माध्यम से की जाए।
मंगलवार को सचिवालय में नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण के निदेशक मंडल की आठवीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने निर्देश दिए कि बेहतर हवाई सुविधाओं के आधार पर हमें लोगों को उत्तराखंड आने के लिए प्रेरित करना होगा। मुख्यमंत्री ने यूकाडा से आय के संसाधनों में बढ़ोतरी के प्रयासों पर भी ध्यान देने को कहा।
उन्होंने नैनी सैनी, चिन्यालीसौड़ और गौचर हवाई पट्टियों को भी सुविधायुक्त बनाने को कहा। सीएम ने कहा कि हर साल चारधाम यात्रा में हेली सेवाओं के टिकटों की कालाबाजारी को लेकर श्रद्धालु परेशान रहते हैं। उनकी परेशानी दूर करने को आईआरसीटीसी से हेली सेवाओं के टिकटों की बुकिंग की जाए।
उन्होंने उड़ान योजना के तहत विकसित किए जा रहे हेलीपोर्ट को भी आवश्यक संसाधनों से सुविधायुक्त बनाने पर ध्यान देने को कहा। बैठक में सचिव नागरिक उड्डयन दिलीप जावलकर और यूकाडा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सी रविशंकर ने विभागीय गतिविधियों की जानकारी दी।
गौरतलब है कि प्रदेश में अभी तक 70 प्रतिशत हेली टिकटों की बुकिंग जीएमवीएन के पोर्टल और 30 प्रतिशत टिकटों की बुकिंग हेली सेवा प्रदाताओं के स्तर से होती है। बैठक में मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनंद बर्द्धन, विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव आर मीनाक्षी सुन्दरम, शैलेश बगोली,अरविंद सिंह ह्यांकी, डॉ. पंकज कुमार पांडेय सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
जौलीग्रांट-एयरपोर्ट से भी हेली सेवाएं
मुख्यमंत्री ने पंतनगर में नाइट लैंडिंग की व्यवस्था बनाने के साथ ही वहां से नियमित हवाई सेवा संचालित करने की बात कही। यह भी निर्देश दिए कि पंतनगर एवं जौलीग्रांट में वायुयान से उतरने के बाद पर्यटकों को हेलीकॉप्टर से प्रदेश के विभिन्न सुरम्य पर्यटन स्थलों पर आने जाने की सुविधा उपलब्ध हो।