प्रीत विहार इलाके में मासूम की अगवा कर हत्या करने के मामले में गुस्साए परिजनों ने मंगलवार देर रात को जमकर हंगामा किया। परिजन आरोपी किशोर के परिवार से बदला लेने उसके घर पहुंच गए थे। पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो गुस्साए परिजनों ने पुलिस पर पथराव कर दिया।
लोगों की भीड़ विकास मार्ग स्थित प्रीत विहार लाल बत्ती पर पहुंच गई और सड़क जाम कर दी। लोगों ने गुजर रही कई गाड़ियों के शीशे भी तोड़ दिए। हालात बिगड़ते देखकर आसपास के थानों से पुलिस बल बुलाया गया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। करीब एक-सवा घंटे चले बवाल के बाद पुलिस ने किसी तरह परिजनों को समझाकर सड़क से हटाया। देर रात तक मौके पर तनाव का माहौल था। चित्रा विहार में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
पूर्वी जिला के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मासूम को अगवा करने के बाद पुलिस की टीम ने आरोपी को सोमवार को पकड़ लिया था। लगातार वह पुलिस को गुमराह कर रहा था। उसका कहना था कि जब वह बच्चे को ले गया तो वह रोने लगा और उसने रास्ते में छोड़ दिया था। सख्ती से पूछने पर आरोपी ने उसकी हत्या कर शव को मेरठ में ठिकाने लगाने की बात की। मंगलवार को पुलिस आरोपी को लेकर मेरठ पहुंची तो शव बरामद हुआ।
इसके बाद तो मासूम के परिजन और भड़क गया और उन्होंने पुलिस पर हमला कर दिया। बाद में थाने से और स्टाफ को बुलाया गया। इसके बाद परिजनों की भीड़ इकट्ठा होकर विकास मार्ग पहुंच गई। लोगों ने सड़क के दोनों कैरिज वे को बंद दिया और नारेबाजी शुरू कर दी। लोग पुलिस की सुस्त कार्रवाई से भी नाराज थे। पुलिस ने उन्हें समझाने का प्रयास किया तो लोगों ने दोबारा पथराव कर दिया।
कुछ लोगों ने चार-पांच गाड़ियों के सामने वाले शीशे भी तोड़ दिए। मौके पर अफरातफरी मच गई। पुलिस बल बुलाने के बाद उपायुक्त समेत तमाम वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। सवा नौ बजे लोगों को सड़क से हटाकर यातायात को खुलवा दिया गया। पुलिस पूरे हालात पर नजर रखे हुए है। एक परिजन ने बताया कि आरोपी नशे का आदी है। परिजन बच्चों को उससे दूर रखते थे। इस बात से वह चिढ़ता था। पता नहीं उसने मासूम की इसी वजह से तो हत्या की या फिर हत्या के पीछे कुछ और कारण है। पुलिस उससे पूछताछ करने के बाद ही बता पाएगी।