जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजी और हड़ताल अब इतिहास की बात हो गई है। प्रदेश में मौजूदा समय में गिने चुने आतंकी और उनके समर्थक बचे हैं उनके खिलाफ सुरक्षाबल लगातार कार्रवाई कर रहे हैं। यह बातें उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने वीरवार को यहां शुरू हुए 11 दिवसीय अतिविष्णु महायज्ञ में बलिदान स्तंभ का उद्घाटन करने के दौरान मीडिया से कहीं।
उप राज्यपाल ने कहा कि आतंकवाद को जड़ से समाप्त करने के लिए उनके खिलाफ ऑपरेशन जारी रहेंगे। प्रदेश खास कर कश्मीर में परिवर्तन की लहर जारी है। एलजी ने कहा कि प्रदेश के कई जवानों ने मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी है।
उनके परिवारों के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं। पहले शहीद जवान के परिजनों को पांच लाख रुपये मिलते थे। इसको बढ़ाकर 25 लाख कर दिया गया है। हालांकि यह भी कम है, जिसको बढ़ाने के प्रयास जारी हैं। एलजी ने कहा कि प्रदेश में सेना, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों ने आतंकवाद का हर परिस्थिति में डट कर मुकाबला किया है।
उनके सहयोग को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है। पांच अगस्त 2019 के बाद प्रदेश में काफी बदलाव आया है। विकास के कार्यों को बढ़ावा मिला है। कई परियोजनाओं को शुरू कर इसका लाभ लोगों को दिया जा रहा है। समाज के सभी वर्गों में सकारात्मक सोच बनना शुरू हुई है और परिवर्तन की लहर जारी है।
रियासी में थोड़े समय में 1012 प्रोजेक्ट पूरे
सिन्हा ने कहा कि जिला रियासी में पिछले कई वर्षों की तुलना में थोड़े समय में 1012 प्रोजेक्ट पूरे हुए हैं, जोकि एक रिकार्ड है। आने वाले समय में विकास कार्यों को बढ़ाया दिया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान एलजी ने शहीद कैप्टन बिक्रम बत्तरा के परिजनों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।