बुधवार शाम आयोजित समारोह में देश के 25 खिलाड़ियों को अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। इनमें हरियाणा के पांच खिलाड़ी भी शामिल हैं। ये खिलाड़ी मुक्केबाज अमित पंघाल, एथलीट सीमा पूनिया, कुश्ती खिलाड़ी अंशु मलिक व सरिता मोर और बैडमिंटन के पैरा खिलाड़ी तरुण ढिल्लों हैं। अमित पंघाल की जगह उनकी मां ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों पुरस्कार ग्रहण किया। खेल क्षेत्र का यह बड़ा सम्मान मिलने पर सभी खिलाड़ियों ने कहा कि इससे मनोबल बढ़ेगा और आगे और मेहनत करने की प्रेरणा मिलेगी।
राष्ट्रपति से बोलीं पंघाल की मां- आप कभी घर आइए, खिलाएंगे बाजरे की रोटी
बॉक्सर अमित पंघाल की मां उषा ने बुधवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात में उन्हें घर आने का निमंत्रण दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आप कभी घर आइए, आपको बाजरे की रोटी खिलाएंगे। देसी पौष्टिक खाने का स्वाद चख कर बताना। अमर उजाला से विशेष बातचीत में परिजनों ने बेटे को मिले सम्मान पर खुशी साझा की। मायना निवासी किसान बिजेंद्र सिंह की पत्नी उषा ने कहा कि मेरे बेटे अमित ने बॉक्सिंग में शानदार प्रदर्शन कर पदक जीते हैं। उसकी मेहनत की बदौलत ही इतना बड़ा सम्मान मिल रहा है।
राष्ट्रपति ने उन्हें अपने हाथों से अवॉर्ड दिया है। यह हमारे लिए गौरव की बात है। पिता ने भी बेटे की इस उपलब्धि पर प्रसन्नता जाहिर की। बेटे को अवॉर्ड मिलता देख माता-पिता व बड़ा भाई अजय भावुक हो उठे। चाचा राजनारायण ने कहा कि अमित ने शानदार प्रदर्शन किया है। हमें उस पर नाज है। बेटे ने पूरे परिवार का नाम व मान देश ही नहीं, दुनिया में भी बढ़ाया है।
बॉक्सर अमित पंघाल ने कहा कि अर्जुन अवॉर्ड खेल क्षेत्र का बड़ा सम्मान है। भले यह देरी से मिला, मगर बड़ा सम्मान मिला है। इससे मनोबल बढ़ेगा। भीम अवॉर्ड के बाद अर्जुन अवॉर्ड मिला है। पहले अर्जुन अवॉर्ड मिलना था। इसके लिए संघर्ष भी किया। कोच अनिल धनखड़ ने भी इसके लिए काफी प्रयास किए। अवॉर्ड मिलने से उन्हें सबसे ज्यादा खुशी हुई है। यह सम्मान आने वाली स्पर्धाओं में जोश बढ़ाने का काम करेगा। मेरा लक्ष्य देश के लिए ओलंपिक में स्वर्ण पदक लाना है। इसके लिए और बड़ी मेहनत करूंगा।