राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने मंगलवार को लुधियाना में दबिश दी। दोराहा में गैंगस्टर रवि राजगढ़ की तलाश में दबिश दी गई। राजगढ़ का नाम सिद्धू मूसेवाला के केस में आया था। मंगलवार सुबह एनआईए की टीम ने गैंगस्टरों की तलाश में कई जगह छापेमारी की। साथ ही गैंगस्टर के परिजनों और करीबियों से भी पूछताछ की है, यह कार्रवाई अभी तक जारी है। शाम तक एनआईए अपनी जांच के बारे में कुछ साफ करेगी।
एनआईए करीब डेढ़ महीने से गैंगस्टर आतंकियों के गठजोड़ को तोड़ने की दिशा में काम कर रही है। इससे पहले भी गैंगस्टर के करीबियों पर एनआईए ने दबिश दी थी। इसके अलावा पंजाबी सिंगरों और कलाकारों से पूछताछ की थी। जिसके बाद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को पर केस दर्ज किया था ,साथ ही उसे पूछताछ के लिए रिमांड पर ले गई थी। इसके बाद अब यह छापेमारी की गई है।
गैंगस्टर देश की सुरक्षा के लिए बने खतरा
एनआईए की जांच में यह बात साफ हो चुकी है कि जेलों में बंद गैंगस्टर सरहद पार या विदेशों में बैठे आतंकियों व गैंगस्टर से जुड़े हुए हैं। उनके इशारे पर वारदात को अंजाम दे रहे हैं। इतना ही नहीं हथियारों और नशा तस्करी में भी अहम भूमिका निभा रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि पहले एजेंसियों को भारत में अपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने में मुश्किल आती थी, लेकिन गैंगस्टर से गठजोड़ के बाद उनकी राह काफी आसान हो गई है इसके अलावा टेक्नोलॉजी इस काम में बड़ी अहम भूमिका निभा रही है। इस चीज ने अधिकारियों की भी नींद उड़ाई हुई है।