दोहा के अल बायत स्टेडियम में रविवार शाम मेजबान कतर और इक्वाडोर के मैच के साथ फुटबाल के महाकुंभ की शुरुआत होगी। अगले 28 दिन तक दुनिया की सर्वश्रेष्ठ 32 टीमें ट्राफी जीतने की जोर आजमाइश करेंगी। फुटबाल इतिहास में पहली बार नवंबर-दिसंबर में विश्व कप का आयोजन किया जा रहा है।
इस बार के विश्व कप की खास बात यह है कि अर्जेंटीना के कैप्टन लायनेल मेसी और पुर्तगाल के कैप्टन क्रिस्टियानो रोनाल्डो अपना आखिरी वर्ल्ड कप खेलेंगे। दोनों खिलाड़ी अपना पांचवां फीफा वर्ल्ड कप खेलने वाले हैं। फीफा वर्ल्ड कप में मेसी ने 19 मैच खेले हैं। उन्होंने 6 गोल किए हैं और 5 गोल में भूमिका निभाई है। रोनाल्डो ने फीफा वर्ल्ड कप के 17 मैच में 7 गोल किए और 2 गोल में सहयोग दिया है।
फीफा वर्ल्ड कप का उद्घाटन शाम 7ः30 बजे होना है। इस बार वर्ल्ड कप में आठ ग्रुप हैं। ग्रुप ए में मेजबान कतर के साथ इक्वेडोर, सेनेगल और नीदरलैंड्स हैं। ग्रुप बी में इंग्लैंड, ईरान, अमेरिका और वेल्स हैं। ग्रुप सी में अर्जेंटीना, सऊदी अरब, मेक्सिको और पोलैंड को रखा गया है। ग्रुप डी में फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क और ट्यूनिशिया हैं। ग्रुप ई में स्पेन, कोस्टारिका, जर्मनी और जापान हैं। ग्रुप एफ में बेल्जियम, कनाडा, मोरक्को और क्रोएशिया को जगह दी गई है। ग्रुप जी में ब्राजील, सर्बिया, कैमरून और स्विटजरलैंड हैं। ग्रुप एच में पुर्तगाल, घाना, उरुग्वे और दक्षिण कोरिया हैं।
साल 1982 के बाद पहली बार इंग्लैंड का मुकाबला किसी एशियाई देश से होगा। यह मुकाबला इंग्लैंड और ईरान के बीच होना है। इस बार कतर में सेमी आटोमेटिड आफसाइट तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। इससे रेफरी सटीक और जल्द फैसला ले सकेंगे। फीफा ने फ्रांस की स्टेफनी फ्रापार्ट, जापान की यामाशिता योशिमी और रवांडा की सलीमा मुकानसांगा को कतर विश्व कप के लिए रेफरी के लिए चुना है। साथ ही अमेरिका की इस्माइल एल्फथ, कैथरीन नेस्बिट और आस्ट्रेलिया की क्रिस बेथ सहायक रेफरी होंगी। विजेता टीम को 42 मिलियन डालर (करीब 342 करोड़ रुपये) मिलेंगे। यह राशि पिछले कप से 4 मिलियन डालर ज्यादा है। उपविजेता को 245 करोड़ रुपये मिलेंगे। पहली बार अरब देश को फीफा विश्व कप की मेजबानी मिली है, जबकि यह दूसरा मौका है जब कोई एशियाई देश इसका आयोजन कर रहा है। इससे पहले, 2002 में दक्षिण कोरिया और जापान ने संयुक्त रूप से विश्व कप की मेजबानी की थी।
कतर के लुसैल स्टेडियम की दर्शक क्षमता 80000, अल बायत स्टेडियम की 60000, एजुकेशन सिटी स्टेडियम की 40000, खलीफा इंटरनेशनल स्टेडियम की 40000, स्टेडियम-974 की 40000, अलजनोब स्टेडियम की 40000, अहमद बिन अली स्टेडियम की 40000 और अल थुमामा स्टेडियम की 40000 है।